जाह्नवी दिल्ली से लौटने के बाद गुमसुम रहने लगी थी। वह पूरे दिन कमरे में बैठकर आकाश के बदलते रंगों और कविताओं में खोई रहती थी। उसकी बहन मीनू और श्रद्धा उसे बुलाने की कोशिश करती थीं, लेकिन वह बात करने से बचती थी। एक दिन श्रद्धा ने नाश्ते पर जाह्नवी से पूछा कि क्या वह निर्मल की याद कर रही है। जाह्नवी ने अपनी भावनाओं के बारे में बताया कि उसका निर्मल के साथ गहरा मित्रता का रिश्ता है और वह उसके बिना अपने अस्तित्व की कल्पना नहीं कर सकती। उसने यह भी कहा कि वह इस रिश्ते को सामाजिक मान्यता मिलने तक किसी भी तरह के रंग में रंगने की हिमाकत नहीं करेगी। जाह्नवी ने श्रद्धा को अपने दिल्ली प्रवास और निर्मल के साथ हुए अनुभवों के बारे में बताया। श्रद्धा ने उसे आश्वासन दिया कि वह उसके भाई से बात करके निर्मल के माता-पिता से मिलने की कोशिश करेंगी। पल जो यूँ गुज़रे - 18 Lajpat Rai Garg द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 12 2.8k Downloads 8.1k Views Writen by Lajpat Rai Garg Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण जाह्नवी को दिल्ली से लौटे दो—तीन दिन हो गये थे। वह गुमसुम रहती थी। सारा—सारा दिन कमरे में बाहर की ओर खुलने वाले दरवाज़े के समीप कुर्सी पर बैठी वृक्षों के बीच से दिखते आकाश के बदलते रंगों को निहारती रहती। 130 डिग्री के कोण से झरती सूर्य—रश्मियों के प्रकाश में तैरते अणुकणों पर टकटकी लगाये रहती। कभी मीरा की पदावली तो कभी महादेवी वर्मा की कविताएँ उठा लेती और उनमें खो जाती। कोई बात करता तो ‘हाँ—ना' से अधिक न बोलती। Novels पल जो यूँ गुज़रे अपना आखिरी पीरियड लगाने के बाद जैसे ही निर्मल ने डिपार्टमेंट से बाहर कदम बढ़ाये कि उसका सामना बेमौसम की बारिश की हल्की—हल्की बूँदों से हुआ। इसकी परवाह... More Likes This रुह... - भाग 8 द्वारा Komal Talati उज्जैन एक्सप्रेस - 1 द्वारा Lakhan Nagar माँ का आख़िरी खत - 1 द्वारा julfikar khan घात - भाग 1 द्वारा नंदलाल मणि त्रिपाठी सौंदर्य एक अभिशाप! - पार्ट 2 द्वारा Kaushik Dave चंदन के टीके पर सिंदूर की छाँह - 1 द्वारा Neelam Kulshreshtha गाजा वार - भाग 1 द्वारा suhail ansari अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी