इस कहानी में निर्मल अपने घर वापस आता है और अपनी माँ से बात करता है। उसकी माँ, सावित्री, उसे बताती है कि उसने जितेन्द्र की बहू को मुँह दिखाई का शगुन दे दिया है। निर्मल जितेन्द्र से मिलने जाता है, लेकिन जल्दी घर लौटने का फैसला करता है क्योंकि उसके पिता, परमानन्द, उससे कुछ सलाह करना चाहते हैं। घर वापस आने पर, परमानन्द निर्मल से कमला के लिए रिश्तों के बारे में बात करते हैं। निर्मल अपने कम्पीटीशन के एग्ज़ाम की तैयारी के कारण रिश्तों की बात को टालने का सुझाव देता है। वह चाहता है कि कमला को बी.एड. में दाखिला दिया जाए ताकि वह पढ़ाई जारी रख सके। परमानन्द इस पर सहमत नहीं होते क्योंकि वह कमला की शादी के लिए बचाए गए पैसे को खर्च नहीं करना चाहते। कहानी में निर्मल का अपने परिवार के प्रति जिम्मेदारी का भाव और कमला के भविष्य के लिए उसके प्रयासों को दर्शाया गया है। पल जो यूँ गुज़रे - 5 Lajpat Rai Garg द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 3.2k 4.3k Downloads 9.4k Views Writen by Lajpat Rai Garg Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण जिस दिन निर्मल घर वापस आया, दोपहर में सोने के बाद माँ को कहकर जितेन्द्र से मिलने के लिये जाने लगा तो सावित्री ने उसे बताया — ‘मैं बन्टु के साथ जाकर जितेन्द्र की बहू को मुँह दिखाई का शगुन दे आई थी। अब तो तूने कल चण्डीगढ़ जाना है, जब अगली बार आयेगा तो उनको खाने पर बुला लेंगे। और हाँ, जल्दी वापस आ जाना, क्योंकि तेरे पापा दुकान से आने के बाद तेरे साथ कुछ सलाह—मशविरा करना चाहते हैं।' Novels पल जो यूँ गुज़रे अपना आखिरी पीरियड लगाने के बाद जैसे ही निर्मल ने डिपार्टमेंट से बाहर कदम बढ़ाये कि उसका सामना बेमौसम की बारिश की हल्की—हल्की बूँदों से हुआ। इसकी परवाह... More Likes This ज़िंदगी की खोज - 1 द्वारा Neha kariyaal अधूरा इश्क़ एक और गुनाह - 1 द्वारा archana सुकून - भाग 1 द्वारा Sunita आरव और सूरज द्वारा Rohan Beniwal विक्रम और बेताल - 1 द्वारा Vedant Kana Middle Class Boy द्वारा Bikash parajuli तहम्मुल-ए-इश्क - 4 द्वारा M choudhary अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी