"खट्टी मीठी यादों का मेला" की भाग 6 में, एक महिला अपने पुराने जीवन की यादें ताजा करती है जब उसकी बेटियाँ और बेटे घर को खुशियों से भरते थे। उसका पति गाँव के स्कूल में शिक्षक था। बड़ी बेटी ममता की शादी ससुराल वालों ने उसकी इच्छा के खिलाफ एक बड़े घर में की, जिससे वह मायके नहीं आ पाती। दूसरी बेटी नमिता निडर और स्वतंत्र थी। स्मिता, जो दसवीं कक्षा पास कर चुकी थी, के कॉलेज जाने का सपना पूरा होता दिख रहा था, क्योंकि पास के गाँव में कॉलेज खुल गया था। पति ने उसकी पढ़ाई को लेकर उत्साह दिखाया, जबकि पत्नी ने बाबूजी की चिंताओं का जिक्र किया। अंततः, बाबूजी ने अनिच्छा से अनुमति दी, लेकिन पत्नी ने विरोध किया कि पढ़ी-लिखी लड़कियों को कोई नहीं चाहता। पति ने स्मिता के बी. ए. कराने का सपना देखा, लेकिन उनकी योजनाएँ तब प्रभावित हुईं जब एक शिक्षक ने अपने भतीजे के लिए स्मिता का हाथ मांगा। पति इस प्रस्ताव से खुश थे, लेकिन पत्नी को दूर विवाह की चिंता थी। अंत में, पति के उत्साह के आगे सबकी बातें बेकार हो गईं और उन्होंने अपनी बेटियों को दुनिया देखने की अनुमति दी। खट्टी मीठी यादों का मेला - 6 Rashmi Ravija द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 12 3.9k Downloads 9.7k Views Writen by Rashmi Ravija Category प्रेम कथाएँ पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण (रात में बेटी के फोन की आवाज़ से जग कर वे, अपना पुराना जीवन याद करने लगती हैं. उनकी चार बेटियों और दो बेटों से घर गुलज़ार रहता. पति गाँव के स्कूल में शिक्षक थे. बड़ी बेटी ममता की शादी ससुर जी ने पति की इच्छा के विरुद्ध एक बड़े घर में कर दी. वे लोग ममता को तो कोई कमी नहीं महसूस होने देते पर उसे मायके नहीं आने देते. दो भाइयों के बाद जन्मी नमिता, बहुत निडर थी, साइकिल चलाती, पेड़ पर चढ़ जाती और गाँव भर में घूमती रहती.) दोनों भाई बहुत मन लगाकर पढाई करते, उन्हें पता था, सिर्फ पढाई के बल पर ही वे इस गाँव से निकल पायेंगे ) Novels खट्टी मीठी यादों का मेला गहरी नींद में थीं वे, लगा कहीं दूर कोई गाना बज रहा है, पर जैसे जैसे नींद हलकी होती गयी, गाने का स्वर पास आता प्रतीत हुआ, पूरी तरह आँख खुलने के बाद उन्... More Likes This School ishq - 1 द्वारा Hindi kahaniyan पहली मुलाक़ात - भाग 1 द्वारा vaghasiya मेरी मोहब्बत - 1 द्वारा ranjana छुपी हुई शादी - 1 द्वारा Agni Jwala इश्क की लाइब्रेरी। - 6 द्वारा Maya Hanchate तुम, मैं और एल्गोरिथ्म? - 1 द्वारा बैरागी दिलीप दास रुह... - भाग 6 द्वारा Komal Talati अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी