गिरीश 20 साल बाद अपने गाँव स्थित पुश्तैनी हवेली में लौटता है, जहाँ वह अपने बच्चों की जिद पर समर वेकेशन मनाने आया है। उसकी पत्नी स्टैलीना, जो कनाडा से है, उनके तीन बच्चे और गहरी दोस्त सुरेश भी उसके साथ हैं। हवेली के सामने पहुँचते ही, गिरीश का पुराना नौकर शंभू उन्हें देखकर दौड़ता है और उनका सामान उठाता है। हवेली का हाल बहुत खराब है, जो पहले की खूबसूरती को खो चुकी है। जब गिरीश बरगद के पेड़ को देखता है, तो उसे अपने अतीत की यादें ताजा हो जाती हैं। स्टैलीना उसे वापस लाने की कोशिश करती है और फिर सब अंदर जाते हैं। डायनिंग टेबल पर, गिरीश शंभू से पूछता है कि क्या उसे कोई परेशानी होती है। शंभू बताता है कि अन्य लोग वहाँ काम करने से डरते हैं क्योंकि उन्हें बरगद के पेड़ से एक औरत की रोने की आवाज सुनाई देती है। यह सुनकर बच्चे डर जाते हैं। खाना खाने के बाद, सभी लोग बाहर आ जाते हैं, जहाँ मौसम सुहाना हो जाता है और ठंडी हवा चलने लगती है। सब लोग शांति का अनुभव करते हैं। कहानी में कई रहस्यमय तत्व और गिरीश के अतीत की छवियाँ शामिल हैं, जो आगे की कहानी के लिए आधार तैयार करती हैं। पुराने बरगद की चुड़ैल - पार्ट १ सोनू समाधिया रसिक द्वारा हिंदी डरावनी कहानी 57 3.9k Downloads 16.8k Views Writen by सोनू समाधिया रसिक Category डरावनी कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण पुराने बरगद की चुड़ैल.....भाग १ गिरीश आज 20 वर्ष बाद अपने गाँव में स्थित अपनी पुश्तैनी हवेली में बापस आया था। वो अपने बच्चों की ज़िद पर यहां समर वेकेशन पर आया था। कार उसकी हवेली के सामने आकार रुक गई तो उसमें से गिरीश की पत्नी स्टैलीना जो कनाडा की थी उसके तीन बच्चे और उसका गहरा मित्र सुरेश निकले।उन्हे देखकर शंभू जो गिरीश का शाही नौकर था, जो कई वर्षों से वीरान पड़ी हवेली की हिफाजत कर रहा था।उसके पूर्वज भी यही अपनी सेवा देते थे।शंभू दौड़ता हुआ आया।और सामान उठाकर चल दिया। "सुरेश! ये हैं शंभू काका जो हमारी गैरमौजूदगी में More Likes This श्रापित हवेली - भाग 1 द्वारा Sandhya devi झूले पर बैठी गुड़िया - 1 द्वारा neha sharma पिशाचनी का श्राप - 1 द्वारा Ashutosh Moharana अंधेरी कोठरी का रहस्य - भाग 1 द्वारा Pawan भूतनी के रिश्तेदार! - अध्याय 1 द्वारा बैरागी दिलीप दास 2 दिन चांदनी, 100 दिन काली रात - 1 द्वारा बैरागी दिलीप दास Lfrit Jinn - 1 द्वारा HARSH PAL अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी