रिटायरमेंट Tara Gupta द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें लघुकथा किताबें रिटायरमेंट रिटायरमेंट Tara Gupta द्वारा हिंदी लघुकथा (10) 117 152 रिटायरमेंट के बाद से सतीश घर पर ही ज्यादा से ज्यादा समय व्यतीत कर रहे थे। खाना,सोना, पेपर पढ़ना ,टीवी देखना और बिस्तर पर पड़े रहना यही उनकी दिनचर्या हो गई थी। सना उनकी इस दिनचर्या से अब उबने ...और पढ़ेथी। या यूं कहें कि बोर हो रही थी ।बच्चे पढ़ कर शादी कर बाहर चले गए थे। पति रिटायरमेंट के बाद से कमरे के ही होकर रह गए। सना जो भी कहती सतीश हर बार उसकी कल परसों कह कर टाल दिया करते फिर अपनी दिनचर्या में खो जाते। सारा काम खत्म कर सो जाती या फिर अपने पेड़ों कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी Listen मोबाईल पर डाऊनलोड करें अन्य रसप्रद विकल्प लघुकथा आध्यात्मिक कथा उपन्यास प्रकरण प्रेरक कथा क्लासिक कहानियां बाल कथाएँ हास्य कथाएं पत्रिका कविता यात्रा विशेष महिला विशेष नाटक प्रेम कथाएँ जासूसी कहानी सामाजिक कहानियां रोमांचक कहानियाँ मानवीय विज्ञान मनोविज्ञान स्वास्थ्य जीवनी पकाने की विधि पत्र डरावनी कहानी फिल्म समीक्षा पौराणिक कथा पुस्तक समीक्षाएं Tara Gupta फॉलो