Kasoor ? book and story is written by zeba praveen in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Kasoor ? is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. क़सूर ? zeba Praveen द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 10 1.5k Downloads 6.8k Views Writen by zeba Praveen Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण आज एक अजीब सी उदासी छायी थी रामु के चेहरे पर, कल उसकी बेटी के ससुराल से फ़ोन आया था, यह याद दिलाने के लिए कि दहेज़ का पचास हजार अभी देना बाकी हैं | शादी के एक साल होने वाले थे, रामु ने जो पैसे सुनीता की शादी में खर्च किये थे वो अभी चुका नहीं पाया था कि और खर्चे उभर कर आने लगे थे,कल तक तो सुनीता ही याद दिलाती थी लेकिन आज उसके ससुराल वालो ने भी फ़ोन करके याद दिला दिया,रामु ने जब सुनीता के ससुराल वालों से कहा की उसके पास पैसे नहीं हैं More Likes This मंजिले - भाग 12 द्वारा Neeraj Sharma रिश्तों की कहानी ( पार्ट -१) द्वारा Kaushik Dave बेजुबान - 1 द्वारा Kishanlal Sharma खामोशी का रहस्य - 1 द्वारा Kishanlal Sharma अकेलापन जिंदगी - 1 द्वारा Wow Mission successful सनम बेवफा - 3 द्वारा Kishanlal Sharma धोखा या इश्क - 1 द्वारा aruhi अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी