उमेश और उसकी बुआ एक गंभीर परिस्थिति का सामना कर रहे हैं। बुआ का मानना है कि कुमुद (उमेश की पत्नी) की मानसिक स्थिति खराब है और इसके पीछे एक प्रेत का हाथ है, इसलिए वह तांत्रिक को बुलाने की सलाह देती हैं। उमेश इस विचार को अस्वीकार करता है, उसका कहना है कि कुमुद की मानसिक स्थिति एक रहस्यमयी कहानी के कारण बिगड़ी है और उसे साइकाइट्रिस्ट की जरूरत है, न कि तांत्रिक की। उमेश बुआ को समझाने की कोशिश करता है कि कुमुद ने जो कुछ भी अनुभव किया है, वह उसकी मानसिक स्थिति से जुड़ा है। वह बुआ से कहता है कि अगर सच में कोई प्रेत होता, तो वह कई दिनों तक चुप क्यों रहता? इसके बावजूद, बुआ पूरी तरह से कुमुद की बात को नकारने के लिए तैयार नहीं हैं। उमेश बेसमेंट में जाकर उस कमरे को देखने का प्रस्ताव देता है, लेकिन बुआ उसे रोक लेती हैं और कहती हैं कि वह पूजा करवाएंगी। उमेश ने तय किया कि वह कुमुद को साइकाइट्रिस्ट डॉ. बिमल गांगुली के पास ले जाएगा। इस बीच, बुआ पूजा और हवन कराती हैं और बेसमेंट के दरवाजे पर सुरक्षा के लिए चिह्न बनाती हैं। उमेश डॉ. गांगुली के क्लीनिक में बैठा है और कुमुद से पूछताछ की जा रही है। हिमाद्रि - 5 Ashish Kumar Trivedi द्वारा हिंदी डरावनी कहानी 59 22.3k Downloads 42k Views Writen by Ashish Kumar Trivedi Category डरावनी कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण हिमाद्रि(5)उमेश गंभीर मुद्रा में बैठा था। बुआ उसके पास ही बैठी थीं। भैया बहूजी की हालत देख कर बहुत बुरा लग रहा है। बेसमेंट के उस छिपे हुए कमरे में प्रेत है। मेरी मानो किसी तांत्रिक को बुलवा कर तंत्र साधना करवा लो। बुआ की बात सुन कर उमेश कुछ उत्तेजित होकर बोला। बुआ आप भी....ये सब प्रेत वेत का चक्कर नहीं है। भैया बहूजी ने अपनी कहानी बताई उसके बाद भी ऐसा कह रहे हो। हाँ उसके बाद ही कह रहा हूँ। बुआ जो हुआ उसने कुमुद के दिमाग पर बुरा असर डाला है। Novels हिमाद्रि हिमाद्रि(1)उमेश परेशान सा बंगले के हॉल में बैठा था। वह समझ नहीं पा रहा था कि क्या बात है। दो दिन पहले ही तो अपनी पत्नी कुमुद को ठीक ठाक छोड़ कर गया था... More Likes This श्रापित हवेली - भाग 1 द्वारा Sandhya devi झूले पर बैठी गुड़िया - 1 द्वारा neha sharma पिशाचनी का श्राप - 1 द्वारा Ashutosh Moharana अंधेरी कोठरी का रहस्य - भाग 1 द्वारा Pawan भूतनी के रिश्तेदार! - अध्याय 1 द्वारा बैरागी दिलीप दास 2 दिन चांदनी, 100 दिन काली रात - 1 द्वारा बैरागी दिलीप दास Lfrit Jinn - 1 द्वारा HARSH PAL अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी