रज्जो और एक महिला, जो डॉक्टर की सलाह पर चलने की कोशिश कर रही हैं, की कहानी है। महिला थकने लगती है और कहती है कि वह और नहीं चल सकती, लेकिन रज्जो उसे सहारा देकर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। महिला ने डॉक्टर से दवाइयां ली हैं और उसे रोजाना की वॉक करने की सलाह दी गई है। घर लौटने पर, रज्जो नींबू पानी बनाकर महिला की मदद करती है और उसे किचन में जाने के लिए कहती है। महिला पहले थकावट का बहाना बनाती है, लेकिन रज्जो उसे फिर से किचन में काम करने के लिए प्रेरित करती है, यह बताते हुए कि वह अपने बच्चों के लिए खाना बनाना चाहती है। महिला को अपने बीते दिनों की याद आती है जब वह किचन में काम करती थी। रज्जो उसकी मदद करती है और महिला अपने दुखों के बारे में बताती है। वह बताती है कि उसके जीवन में बहुत कठिनाइयाँ थीं, खासकर जब उसके जेठ ने उसकी इज्जत पर हाथ डाला। उसने इस स्थिति से बचने के लिए फिनाइल पी लिया था, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। महिला अपनी परेशानियों को छोड़ने और नई शुरुआत करने की कोशिश कर रही है। रज्जो उसे इस नए जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है और बताती है कि यह उसका दूसरा जन्म है। कहानी रिश्तों की जटिलताओं और एक महिला की इज्जत के महत्व को दर्शाती है। दास्तान-ए-अश्क - 28 SABIRKHAN द्वारा हिंदी क्लासिक कहानियां 29 2.3k Downloads 7.8k Views Writen by SABIRKHAN Category क्लासिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण "बस करो रज्जो अब मुझसे और नहीं भागा जा रहा!" पसीने से भीगे कपडों में उसे घबराहट हुई तो वो बोल उठी! -कुछ देर कहीं बैठ जाते हैं!' "नहीं मैडम जी मैं आप को गिरने नहीं दूंगी! मेरा हाथ पकड़ कर आप बस तेजी से चलते रहो!" रज्जो मेडिकल से दवाइयां ले कर डॉक्टर लवलीन को दिखाने गई! तब डॉक्टर ने जो कुछ मैडम के लिए हिदायतें दी थी उसको वो स्ट्रिक्टली फॉलो कर रही थी! "डॉक्टर मेम ने सख्त शब्दों में कहां है, आपको मॉर्निंग-इवनिंग डेईली वॉक करवाना है! आज पहला दिन है तो सिर्फ 1 किमी ठीक है! Novels दास्तान-ऐ अश्क आज से आपके लिए पेश कर रहा हूं एक ऐसी लडकी की कहानी जिसने अपनी जिंदगी में कभी हार नहीं मानी मुश्किले चट्टानों की तरह उसकी जिंदगी में थी , मगर वो अपनी प... More Likes This रुह... - भाग 7 द्वारा Komal Talati कश्मीर भारत का एक अटूट हिस्सा - भाग 1 द्वारा Chanchal Tapsyam बीते समय की रेखा - 1 द्वारा Prabodh Kumar Govil टीस - पहली बार देखा था उसे - 1 द्वारा Shayar KK Shrivastava एहसास - भाग 1 द्वारा Vartikareena क्या यही है पहला प्यार? भाग -1 द्वारा anmol sushil त्रास खनन - 1 द्वारा Prabodh Kumar Govil अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी