"आमची मुम्बई" में संतोष श्रीवास्तव मुम्बई के फोर्ट क्षेत्र की साहित्यिक और ऐतिहासिक महत्ता का वर्णन करते हैं। फोर्ट इलाका समय के साथ साहित्यकारों का प्रमुख केंद्र बना रहा, जहां प्रमुख पत्रिकाएं जैसे धर्मयुग, सारिका और माधुरी प्रकाशित होती थीं। लेखकों के लिए डॉ. धर्मवीर भारती जैसे संपादकों से मिलना एक महत्वपूर्ण अवसर था। बीसवीं सदी के आठवें दशक में, यहां संगीत और संवाद लिखने के लिए कई प्रसिद्ध साहित्यकार एकत्र हुए थे, जिसमें साहिर लुधियानवी और कैफी आजमी शामिल थे। यह समय प्रगतिशील आंदोलन का भी था, जिसमें साहित्य और संगीत का गहरा संबंध था। फोर्ट का भ्रमण करते हुए, लेखक ने ऐतिहासिक इमारतों का उल्लेख किया, जैसे बॉम्बे हाईकोर्ट, जिसकी स्थापना 1878 में हुई थी। इस क्षेत्र का निर्माण तेलुगू श्रमिकों द्वारा किया गया था, और यहां की इमारतें गोथिक शैली में बनी हुई हैं। इस तरह, लेखक ने मुम्बई के फोर्ट क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर और साहित्यिक परंपरा को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया है। आमची मुम्बई - 6 Santosh Srivastav द्वारा हिंदी यात्रा विशेष 4.2k 3.2k Downloads 10.1k Views Writen by Santosh Srivastav Category यात्रा विशेष पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण मुम्बई का फोर्ट इलाका बेहद मशहूर इमारतों के लिए जाना जाता है यहाँ की डी. एन. रोड(दादाभाई नौरोजी रोड) के नाम से टाइम्स ऑफ़ इंडिया के सामने की सड़क पहचानी जाती है यह सड़क और विक्टोरिया टर्मिनस तीस पैंतीस साल पहले साहित्यकारों के आकर्षण का केंद्र था क्योंकि तब टाइम्स ऑफ़ इंडिया ग्रुप से हिंदी, अंग्रेज़ी की बेहतरीन साप्ताहिक, पाक्षिक, मासिक पत्रिकाएँ निकलती थीं धर्मयुग, सारिका, माधुरी, नंदन, ऑनलुकर, इलस्ट्रेटेड वीकली जैसी बड़े सर्कुलेशन की पत्रिकाएँ यहाँ से निकलती थीं और भारत के हर शहर के पाठक वर्ग तक हाथों हाथ पहुँच जातीं Novels आमची मुम्बई मेरे बचपन की यादों में जिस तरह अलीबाबा, सिंदबाद, अलादीन, पंचतंत्र की कहानियाँ और अलिफ़ लैला के संग शहर बगदाद आज भी ज़िंदा है उसी प्रकार पिछले सैंतीस वर्... More Likes This अकेली दुनिया - 1 द्वारा prashant raghav कांचा - भाग 2 द्वारा Raj Phulware अंतरा - भाग 1 द्वारा Raj Phulware संस्कृति का पथिक - 1 द्वारा Deepak Bundela Arymoulik सत्रह बरस की तन्हा कहानी - 1 द्वारा yafshu love कलकत्ता यात्रा (प्रथम संस्मरण ) द्वारा नंदलाल मणि त्रिपाठी वक़्त की क़ैद: ऐत-बेनहद्दू की दीवारों में जो दबा है - 1 द्वारा Tiths Empire अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी