Maine kayar nahi hu book and story is written by poornima raj in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Maine kayar nahi hu is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. मैं कायर नहीं हूं पूर्णिमा राज द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 15 1.8k Downloads 8.3k Views Writen by पूर्णिमा राज Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण "टैक्सी , टैक्सी ,रुक, रुक, रुक, खाली हो भाइया , गोसाईं रोड चलोगे ।" निधि ने हाथ टैक्सी को हाथ देते हुए कहा ।"जी मैडम , जरूर , बैठिये ।""हेलो, हाँ मां , टैक्सी मिल गयी है बस आ रही हु , थोड़ी देर में ।हाँ हाँ पता है , आज थोड़ा देर हो गई ऑफिस से निकलते-निकलते पर आप चिंता न करो । मैं बस थोड़ी देर में पहुंच जाउंगी । भैया प्लीज थोड़ा तेज चलाओ ।""जी मैडम।""बस ,बस भैया यही रोक दीजिये आगे गली में मेरा घर है ।मैं यही से चली जाउंगी ।""अरे मैडम आगे तक छोड़ More Likes This आशा की किरण - भाग 1 द्वारा Lokesh Dangi मंजिले - भाग 12 द्वारा Neeraj Sharma रिश्तों की कहानी ( पार्ट -१) द्वारा Kaushik Dave बेजुबान - 1 द्वारा Kishanlal Sharma खामोशी का रहस्य - 1 द्वारा Kishanlal Sharma अकेलापन जिंदगी - 1 द्वारा Wow Mission successful सनम बेवफा - 3 द्वारा Kishanlal Sharma अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी