परसाई महाराज ने हाल ही में गाँव छोड़ा है, जबकि उनके समर्थक उन्हें गाँव में रहने के लिए समझाते रहे हैं। महाराज का कहना है कि पंडिताई अब सम्मानजनक नहीं रही है और नई पीढ़ी इसे भिक्षावृत्ति मानती है। उन्होंने बताया कि लोगों में पहले जैसी आत्मीयता और अपनापन नहीं रह गया है, और उनके घर का ढांचा भी खंडहर में बदल चुका है। वे कहते हैं कि गाँव में पंडिताई के काम में अब उतना सम्मान नहीं मिलता, जितना पहले मिलता था। उनके समर्थक ने बताया कि गाँव वाले अब भी उनकी श्रद्धा रखते हैं और कई घटनाओं में उनके द्वारा बताई गई जानकारी सही साबित हुई है। परसाई महाराज ने स्वीकार किया कि उन्हें सम्मान तो मिला, लेकिन इससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार नहीं हुआ, और उनका परिवार शिक्षा और घर के बुनियादी ढांचे में कठिनाइयों का सामना कर रहा है। गाँव में अब राजनीति और गुटबाजी बढ़ गई है, जिससे आपसी संबंधों में भी दरार आई है। गाँव वापसी Dr pradeep Upadhyay द्वारा हिंदी प्रेरक कथा 8 1.5k Downloads 6.5k Views Writen by Dr pradeep Upadhyay Category प्रेरक कथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण परसाई महाराज ने अभी कुछ समय पहले ही तो गांव छोड़ा था।मैंने स्वयं उन्हें बहुत समझाया था कि - “महाराज पूरी जिन्दगी तो गाँव में ही गुजार दी है।वैसे भी सभी लोग आपको कितना मान देते हैं और फिर आप चले जाओगे तो गाँव में पण्डिताई का काम कौन करेगा।गाँव में ब्राह्मण का भी तो एक ही घर है।आजकल वैसे भी लोग पण्डिताई का काम छोड़कर नौकरी-धन्धे खोजने लगे हैं।” तब परसाई महाराज ने कहा था कि- “पण्डिताई में अब रखा ही क्या है! वैसे भी नई पीढ़ी के लोग इसे भिक्षावृत्ति कहने लगे हैं।आज के समय में इस More Likes This जादुई मुंदरी - 1 द्वारा Darkness दस महाविद्या साधना - 1 द्वारा Darkness श्री गुरु नानक देव जी - 1 द्वारा Singh Pams शब्दों का बोझ - 1 द्वारा DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR नारद भक्ति सूत्र - 13. कर्म फल का त्याग द्वारा Radhey Shreemali कोशिश - अंधेरे से जिंदगी के उजाले तक - 3 - (अंतिम भाग) द्वारा DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR काफला यूँ ही चलता रहा - 1 द्वारा Neeraj Sharma अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी