इस कहानी में लेखक संतोष श्रीवास्तव मुम्बई के आदिवासी समुदायों के जीवन और उनकी सांस्कृतिक धरोहर के बारे में बताता है। वह मुम्बई की ऐतिहासिक गलियों में चलते हुए कोली और अगरिया जनजातियों से मिलते हैं, जो प्राचीन काल से यहां निवास कर रहे हैं। कोली जनजाति मछुआरों के रूप में जानी जाती है और वे अपने काम के बाद नृत्य और संगीत का आनंद लेते हैं। दूसरी ओर, अगरिया जनजाति नमक उत्पादन से अपनी आजीविका कमाती है। लेखक मीरारोड के नमक के खेतों का उल्लेख करते हैं जहाँ आदिवासी लोग काम करते हैं। वे अपनी देवी मुम्बा देवी की पूजा करते हैं और समुद्र को अपना देवता मानते हैं। नारियल पूर्णिमा के अवसर पर कोली मछुआरे समुद्र देवता को नारियल की भेंट चढ़ाते हैं। इसके अलावा, कतकारी जनजाति भी है, जो भ्रमण करते हुए खिलौने और मूर्तियाँ बनाकर बेचते हैं। आदिवासियों के जीवन में कई दिलचस्प पहलू हैं, जिनमें उनके बस्तियों के नाम भी शामिल हैं, जो उनके इतिहास को दर्शाते हैं। इस प्रकार, कहानी मुम्बई के आदिवासी जीवन, उनके रिवाज और उनकी संस्कृति को उजागर करती है। आमची मुम्बई - 3 Santosh Srivastav द्वारा हिंदी यात्रा विशेष 4.8k 4k Downloads 9.2k Views Writen by Santosh Srivastav Category यात्रा विशेष पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण मैं मुम्बई के अतीत की गलियों से गुज़र रही हूँ..... यहाँ गेटवे ऑफ़ इन्डिया और ताज महल की भव्यता और सजधज नहीं है फिर आँखें चकित क्यों हैं? कहाँ है मेरी मुम्बई ये तो हरे भरे जंगलों, खेतों और आदिवासियों से भरी कोई अनजानी जगह है यहाँ की दो जनजातियों से मैं रूबरू होती हूँ कोली और अगरिया जो ईसा पूर्व से यहाँ रहती आई हैं इनके वंशज मछुआरों और नमक बनाने वाले मज़दूरों के रूप में जाने जाते हैं यह वंश परम्परा आज भी कायम है Novels आमची मुम्बई मेरे बचपन की यादों में जिस तरह अलीबाबा, सिंदबाद, अलादीन, पंचतंत्र की कहानियाँ और अलिफ़ लैला के संग शहर बगदाद आज भी ज़िंदा है उसी प्रकार पिछले सैंतीस वर्... More Likes This कांचा - भाग 2 द्वारा Raj Phulware अंतरा - भाग 1 द्वारा Raj Phulware संस्कृति का पथिक - 1 द्वारा Deepak Bundela Arymoulik सत्रह बरस की तन्हा कहानी - 1 द्वारा yafshu love कलकत्ता यात्रा (प्रथम संस्मरण ) द्वारा नंदलाल मणि त्रिपाठी वक़्त की क़ैद: ऐत-बेनहद्दू की दीवारों में जो दबा है - 1 द्वारा Tiths Empire भोले के द्वार तक द्वारा kajal Thakur अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी