यह कहानी करन की है, जो अब 51 वर्ष का है, लेकिन जब यह घटना हुई, तब वह करीब 21 वर्ष का था। करन अपने परिवार में अपने माता-पिता और छोटे भाई के साथ रहता था। एक दिन, जब वह अकेला अपने घर में टी.वी देख रहा था, उसके परिवार के लोग मामा जी के घर गए हुए थे। करन को डरावनी फिल्में देखना पसंद था, और उस दिन वह एक ऐसी ही फिल्म देख रहा था। फिल्म देखने के दौरान उसे भूख लगी, तो वह किचन में जाने लगा। जब वह सोफे से उठा, तो उसे ऐसा महसूस हुआ जैसे कोई और उसके साथ उठ खड़ा हुआ हो। उसने पीछे मुड़कर देखा, लेकिन कोई नहीं था। इसके बाद, उसे पायल की आवाज सुनाई दी और उसने सोचा कि शायद उसके माता-पिता लौट आए हैं। लेकिन जब उसने फिर से देखा, तो वहाँ कोई नहीं था। डर लगने पर उसने हनुमान जी का नाम लिया, और कुछ समय तक शांति रही। जब करन खाना लाने गया और सोफे पर बैठकर खाना खाने लगा, तो अचानक उसका हाथ बिना किसी वजह के सोफे के दूसरी ओर चला गया और रोटी का टुकड़ा हवा में लटक गया, जैसे कोई उसे खा रहा हो। इस घटना से वह बहुत डर गया। फिर अचानक उसके बगल में एक भयानक औरत प्रकट हुई, जिसका आधा चेहरा गायब था। करन इस डरावनी घटना से बेहद आतंकित हो गया। ख़ून के धब्बे Manjeet Singh Gauhar द्वारा हिंदी डरावनी कहानी 27 2.1k Downloads 6.8k Views Writen by Manjeet Singh Gauhar Category डरावनी कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण बहुत समय पहले पहले की ये दास्तान मैं आपको सुनाने जा रहा हूँ।मेरा नाम करन है। और मेरी उम्र अब इक्यावन वर्ष है। लेकिन उस समय, जब की मैं ये दास्तान आपको सुनाने जा रहा हूँ, मैं तब क़रीब इक्कीस वर्ष का रहा हूँगा।मेरे परिवार में हम चार लोग हैं। मेरे पापा, मम्मी, छोटा भाई और मैं।एक बार मैं अपने घर में अकेला बैठा टी.वी देख रहा था।मुझे दरअसल, खाली समय में बस दो ही चीज़ें करना पसंद हैं। - एक तो हर प्रकार की किताब को पढ़ना। और दूसरा टी.वी देखना।तो उस दिन इतवार(सन्डे) का दिन था। मम्मी-पापा छोटे More Likes This श्रापित हवेली - भाग 1 द्वारा Sandhya devi झूले पर बैठी गुड़िया - 1 द्वारा neha sharma पिशाचनी का श्राप - 1 द्वारा Ashutosh Moharana अंधेरी कोठरी का रहस्य - भाग 1 द्वारा Pawan भूतनी के रिश्तेदार! - अध्याय 1 द्वारा बैरागी दिलीप दास 2 दिन चांदनी, 100 दिन काली रात - 1 द्वारा बैरागी दिलीप दास Lfrit Jinn - 1 द्वारा HARSH PAL अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी