सरिता जी और अनुपम जी का बेटा रंजीत कानपुर में सरकारी बैंक में काम करता था, जबकि वे गांव में रहते थे। जैसे-जैसे उनकी उम्र बढ़ी, उन्हें बीमारियों का सामना करना पड़ा, इसलिए रंजीत ने उन्हें शहर ले जाने का फैसला किया। उनकी एक बेटी भी थी, जिसकी शादी दो साल पहले हुई थी और वह अपनी गृहस्थी में व्यस्त थी। जब सरिता जी और अनुपम जी कानपुर पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि रंजीत और उसकी पत्नी अपने घर को अच्छी तरह चला रहे हैं। रंजीत बहु की मदद करते हुए घरेलू कामों में लग गया, और सरिता जी को यह देखकर अच्छा नहीं लगा क्योंकि उन्होंने कभी अपने बेटे को काम करने के लिए नहीं कहा था। सरिता जी ने सोचा कि यदि उन्होंने अपने बेटे को पहले से ही काम करना सिखाया होता, तो वह अपनी पत्नी की ज्यादा मदद कर सकता था। इस बीच, जब उनका पोता अपनी बहन की मदद करना चाहता था, तो बहू ने उसे मना किया। सरिता जी ने बहू को समझाते हुए कहा कि उन्हें अपने बेटे को भी सीखने देना चाहिए। इस तरह, कहानी में परिवार के सदस्यों के बीच काम साझा करने और पारिवारिक जिम्मेदारियों के बारे में विचार किया गया है। बेटे का सुख Pammy Rajan द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 4.2k 3.4k Downloads 9.2k Views Writen by Pammy Rajan Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण सरिता जी और अनुपम जी का बेटा कानपुर शहर में किसी सरकारी बैंक में कार्यरत था।और वे दोनों वही पास के गांव में रहते थे । लेकिन बूढ़े होते शरीर में अब बीमारियों ने दस्तक देनी शुरू कर दी थी। इसलिए उनका बेटा रंजीत छुट्टियों में घर आया तो उन लोगों को जिद कर अपने साथ लेता गया । इस वादे के साथ की वो उन्हें शहर के किसी अच्छे डाक्टर से दिखाकर तुरन्त पंहुचा देगा ।रंजीत के अलावा सरिता जी और अनुपम जी की एक बेटी भी थी ।जिसकी शादी वो दो वर्ष पहले कर दी थी ।सो बिटिया More Likes This ज़िंदगी की खोज - 1 द्वारा Neha kariyaal अधूरा इश्क़ एक और गुनाह - 1 द्वारा archana सुकून - भाग 1 द्वारा Sunita आरव और सूरज द्वारा Rohan Beniwal विक्रम और बेताल - 1 द्वारा Vedant Kana Middle Class Boy द्वारा Bikash parajuli तहम्मुल-ए-इश्क - 4 द्वारा M choudhary अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी