रमेश और महेश की गहरी मित्रता की मिसाल पूरे स्कूल में दी जाती थी। वे हमेशा एक साथ रहते थे, चाहे पढ़ाई हो या खेल कूद। कॉलेज तक उनकी दोस्ती बनी रही। रमेश एक बैंक में सरकारी कर्मचारी बना, जबकि महेश अपने पिता के होटल व्यवसाय में काम करने लगा। रमेश की शादी पर महेश ने उत्साह से भाग लिया और हनीमून के लिए नैनीताल में अपने होटल आने का निमंत्रण दिया। रमेश ने वहां जाकर महेश से पैसे नहीं लिए और उसकी पत्नी को सोने की अंगूठी गिफ्ट की। 25 साल बाद, रमेश के बेटे की शादी हुई और उसने अपने पिता के दोस्त महेश के होटल में हनीमून मनाने का निर्णय लिया। महेश के बेटे ने उनका स्वागत किया और उन्हें बाइक गिफ्ट की, यह कहते हुए कि वे स्पेशल गेस्ट हैं। समय बीतते-बीतते, रमेश का पोता भी बड़ा हुआ और उसकी शादी हुई। उसने भी वही होटल चुना, जहां उसे कार गिफ्ट की गई। लेकिन जब उसने महेश के पोते से पूछताछ की, तो उसे पता चला कि उसके दादा-दादी के हनीमून के समय के फोटो और वीडियो को बेचकर उपहार दिया गया था। महेश के पोते ने खुलासा किया कि उस समय के फोटो पत्रिकाओं में छपे थे और वीडियो बाजार में बिके थे। यह जानकर रमेश के पोते को आश्चर्य हुआ कि उसे कार एक स्पेशल ऑफर के तहत दी जा रही थी, जबकि असल में उसका संबंध उसके दादा की गलतियों से था। हनीमून स्पेशल Ajay Amitabh Suman द्वारा हिंदी हास्य कथाएं 16.6k 2.7k Downloads 9.8k Views Writen by Ajay Amitabh Suman Category हास्य कथाएं पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण रमेश और महेश की मित्रता की मिसाल स्कूल में सारे लोग देते। पढ़ाई या खेल कूद हो, दोनों हमेशा साथ साथ रहते। गिल्ली डंडा हो, कबड्डी या कि पतंग बाजी, दोनों का साथ बना रहता। स्कूल से कॉलेज तक दोनों की मित्रता बनी रही। रमेश बड़ा होकर बैंक में सरकारी मुलाजिम बना। महेश अपने पिता के होटल बिज़नेस में हाथ बंटाने लगा। रमेश की शादी हो गई। हमेशा की तरह महेश शादी में बड़े जोश से शरीक हुआ। हनीमून की बात आई तो महेश ने कहा, नैनीताल में मैंने एक नया होटल खरीदा है,मेरे होटल में ही आना। रमेश महेश More Likes This मजनू की मोहब्बत पार्ट-1 द्वारा Deepak Bundela Arymoulik मजनू की मोहब्बत द्वारा Deepak Bundela Arymoulik सैयारा का तैयारा द्वारा dilip kumar झग्गू पत्रकार (व्यंग सीरीज) द्वारा Deepak Bundela Arymoulik देसी WWE - गांव के पहलवान बनाम विलायती दंगल ! - 1 द्वारा sachim yadav कॉमेडी का तड़का - 1 द्वारा Kaju Check-In हुआ, Check-Out नहीं! - अध्याय 3 द्वारा Sakshi अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी