कहानी "शक्ति" में रात के 3:00 बजे भोपाल स्टेशन पर एक ऑटो चालक रामदास की कहानी है। रात का समय होने के कारण सभी ऑटो वाले यात्री ढूंढने में व्यस्त थे। रामदास, जो एक साधारण और मुस्कुराते हुए व्यक्ति है, एक यात्री को उसके गंतव्य तक पहुँचाता है। रास्ते में एक तेज़ चलने वाले ट्रक की टक्कर से वह गंभीर रूप से घायल हो जाता है और सड़क पर पड़े-पड़े अपने परिवार के संघर्ष की याद करता है। रामदास और उसकी पत्नी शक्ति ने चार बेटियों के साथ शहर में बेहतर जीवन के लिए संघर्ष किया है। रामदास ने ऑटो चलाना सीखा और अपने परिवार की भलाई के लिए काम किया। लेकिन अब उसकी हालत गंभीर है और वह अपने जीवन की अंतिम सांसें ले रहा है। सुबह में, उसके साथी ऑटो चालक ने उसे सड़क पर देखा और उसकी पहचान की। रामदास को उसके घर लाया जाता है, जहां उसकी पत्नी शक्ति चाय-नाश्ते की तैयारी कर रही थी। अचानक एंबुलेंस की आवाज सुनाई देती है और उनकी बड़ी बेटी बाहर देखती है कि चाचा जी आंसू भरी आंखों के साथ आए हैं। चाचा जी शक्ति से कहते हैं कि किसी बड़े व्यक्ति को बुलाने के लिए कहें। कहानी में परिवार के प्रति रामदास का प्यार और बलिदान, और शक्ति की चिंता और घबराहट को दर्शाया गया है। यह कहानी संघर्ष, प्रेम और जीवन के अंत की गहरी भावनाओं को उजागर करती है। शक्ति सरिता बघेला "अनामिका" द्वारा हिंदी क्लासिक कहानियां 3 1.4k Downloads 5k Views Writen by सरिता बघेला "अनामिका" Category क्लासिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण कहानी = "शक्ति"---------------------- रात के 3:00 बजे थे भोपाल स्टेशन पर रेल की आने की आहट पाकर सारे ऑटो वालों की हलचल तेज हो गई थी।भले हो भी क्यों नहीं रात में ही तो कमाई का सही समय है क्योंकि कोई भी सवारी रात का अधिक रुपए देने के लिए थोड़ी ना नुकुर के बाद मान ही जाती है एक तो रात का समय होता है इसलिए रामदास को भी आती सवारी के पीछे -आगे आकर के चलिए,..भाई साहब कहां चलना है चलिए,.... मेरा ऑटो यहीं पर खड़ा है।चलो मैं बड़े आराम से ले चलता हूं एक सवारी रामदास से More Likes This रुह... - भाग 7 द्वारा Komal Talati कश्मीर भारत का एक अटूट हिस्सा - भाग 1 द्वारा Chanchal Tapsyam बीते समय की रेखा - 1 द्वारा Prabodh Kumar Govil टीस - पहली बार देखा था उसे - 1 द्वारा Shayar KK Shrivastava एहसास - भाग 1 द्वारा Vartikareena क्या यही है पहला प्यार? भाग -1 द्वारा anmol sushil त्रास खनन - 1 द्वारा Prabodh Kumar Govil अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी