lage nachne akshar book and story is written by manohar chamoli in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. lage nachne akshar is also popular in Children Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. लगे नाचने अक्षर manohar chamoli manu द्वारा हिंदी बाल कथाएँ 5 1.9k Downloads 9k Views Writen by manohar chamoli manu Category बाल कथाएँ पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण लगे नाचने अक्षर -मनोहर चमोली ‘मनु’ वेलिया ने स्कूल से मिला होमवर्क पूरा किया। स्कूल बैग खोला। पेंसिल-काॅपियां रखकर वह खेलने चली गई। वेलिया के जाते ही अक्षर और पेंसिल में बहस छिड़ गई। सारे अक्षर एकजुट हो गए। पेंसिल अलग-थलग पड़ गई। अ बोला-‘‘हम हैं तो तुम हो। हम न होते तो तुम्हें कौन पूछता।’’ पेंसिल पीछे क्यों रहती। कहने लगी-‘‘मेरे कारण ही तुम्हारी पहचान है। मैं नहीं होती, तो तुम्हें कौन पूछता !’’ क बोला-‘‘हम बहुत सारे हैं, तुम अकेली हो। हम तुम्हें कुछ नहीं समझते।’’ बैग में रबड़ भी था। वह बोला-‘‘किसी को अकेला देख सताना ठीक नहीं।’’ More Likes This तेरी मेरी यारी - 1 द्वारा Ashish Kumar Trivedi आम का बगीचा - भाग 1 द्वारा pooja एक बस स्टॉप द्वारा Birendrapatel विवान द सुपर स्टार - 1 द्वारा Himanshu Singh मिन्नी और चीकी की दोस्ती द्वारा MB (Official) आपकी मुस्कान द्वारा DINESH KUMAR KEER बगुला और सांप द्वारा DINESH KUMAR KEER अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी