इस कहानी में प्रदीप श्रीवास्तव ने शंपा जी के पास एक नया घर लेने का फैसला किया। उन्होंने ब्रोकर से वही जगह बताई जहां शंपा रहती थीं और एक छोटा सा अपार्टमेंट ले लिया। जब उन्होंने अपनी मंडली को बताया कि वह अपने पिता के आने के कारण शिफ्ट हो रहे हैं, तो मंडली ने उनकी अचानक शिफ्टिंग पर आश्चर्य जताया। प्रदीप ने उनसे संपर्क तोड़ने का निर्णय लिया, हालांकि यह उसके लिए कठिन था क्योंकि मंडली ने उसकी कई बार मदद की थी। प्रदीप का शंपा के प्रति आकर्षण लगातार बढ़ रहा था। वह शंपा को भूल नहीं पा रहा था और उनके साथ मिलने के रास्ते खोजने लगा। जब शंपा ने उसे पहचान लिया और पूछा कि क्या वह यहां कोई काम करता है, तो प्रदीप ने तुरंत बताया कि वह पास में रहता है और काम करता है। उन्होंने शंपा से अपनी नौकरी के बारे में बात की और कहा कि वह किसी कॉलेज में नौकरी पाने के लिए कोशिश कर रहा है। प्रदीप का मकसद शंपा से और नजदीक होना था। मेरी जनहित याचिका - 6 Pradeep Shrivastava द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 6 2.8k Downloads 9.3k Views Writen by Pradeep Shrivastava Category फिक्शन कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण मैंने शंपा जी के घर के पास ही मकान लेना तय किया था। इस लिए ब्रोकर को वही जगह बताई। तीसरे दिन उस एरिया में उसने कई मकान दिखाए। उन्हीं में से एक मैंने ले लिया। वह कुल मिला कर छोटा सा एक अपॉर्टमेंट था। आने-जाने के टाइम को लेकर वहां कोई बंदिश नहीं थी। लैंडलॉर्ड कहीं बाहर रहता था। और मैंने वन बी. एच. के, फ्लैट लिया था। फ्लैट में ताला लगा कर जब घर पहुंचा तो मंडली को मैंने बताया। पूरा झूठ बताया कि मेरे फादर एक दो महीने के लिए आ रहे हैं। इस लिए मैं शिफ़्ट हो रहा हूं। यहां एक और व्यक्ति के लिए स्पेस नहीं है, इस लिए जा रहा हूं। अचानक ही यह जान कर मंडली बोली। Novels मेरी जनहित याचिका आम की बाग को आखिरी बार देखने पूरा परिवार गया था। मेरा वहां जाने का मन बिल्कुल नहीं था। मां-पिता जिन्हें हम पापा-अम्मा कहते थे, की जिद थी तो चला गया। प... More Likes This सौंदर्य एक अभिशाप! - पार्ट 1 द्वारा Kaushik Dave बंधन (उलझे रिश्तों का) - भाग 2 द्वारा Maya Hanchate Lunar Blood - 2 द्वारा Sameer Kumar पतझड़ के बाद - एक सच्चा इंतजार - 1 द्वारा Neha kariyaal एक अंधे मोहब्बत की एक अंधेरी कहानी - 1 द्वारा Zulekha Ansari मैं अनिका हूँ - और अब पूरी हूँ - 1 द्वारा Aarti w यशस्विनी - 1 द्वारा Dr Yogendra Kumar Pandey अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी