hindi book and story is written by Bhupendra Kumar Dave in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. hindi is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. थकी जिन्दगी Bhupendra kumar Dave द्वारा हिंदी लघुकथा 13 1.8k Downloads 8.5k Views Writen by Bhupendra kumar Dave Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण थकी जिन्दगी बुढ़ापा आने पर एक बात की खुशी होती है कि हम मृत्यु के नजदीक पहुँच गये होते हैं। दाँत गिरना, बाल झरना, आँख में मोतियाबिन्दी होना, शरीर के जोड़ों में दर्द होना, रह रह कर चिड़चिड़ाना आदि बातों तक बुढ़ापा अपने आने की सूचना देता रहे तो ठीक है, पर जब शरीर को खंडहर समझ कर मृत्यु चमगादड़ की तरह मंड़राने लगे तो ऐसा लगता है कि मृत्यु यातनाओं और पीड़ा का मुखौटा पहनकर जीवन का मखौल उड़ा रही है। मृत्यु के इन आघतों से शरीर व आत्मा पहले ही टूट जाती हैं और जीवन का More Likes This वो यादगार लम्हे, वो सच्ची दोस्ती द्वारा R B Chavda दादीमा की कहानियाँ - 2 द्वारा Ashish My Devil Hubby Rebirth Love - 46 द्वारा Naaz Zehra अकेलापन द्वारा Kahani Sangrah मझली दीदी द्वारा S Sinha बुजुर्गो का आशिष - 2 द्वारा Ashish नो मोर अभी नहीं द्वारा S Sinha अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी