Cage book and story is written by Mukteshwar Prasad Singh in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Cage is also popular in Classic Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. पिंजड़ा Mukteshwar Prasad Singh द्वारा हिंदी क्लासिक कहानियां 8 3.3k Downloads 7.5k Views Writen by Mukteshwar Prasad Singh Category क्लासिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण "पिंजड़ा"अनिमेश आज नये आॅफिस में ज्वाइन कर लिया था। साल भर पहले ही बदली हुई थी पर बाॅस ने मुख्यालय से बदली रुकवा दी थी। पेन्डिंग पड़े सभी प्रोजेक्ट को पूरा करने के बाद अनिमेश विरमित हो पाया था।एकाउन्ट ऑफ़िस तिमंजलि इमारत पर अवस्थित था। राजधानी पटना के गांधी मैदान के समीप। इस आॅफिस में पूर्व से परिचित सहकर्मियों से ज्वाइनिंग के बाद मिलकर खुशी हुई। अनिमेश को लगा कि जाने-पहचाने स्टाॅफ के बीच काम में आनन्द आएगा। परन्तु एक सप्ताह के अन्दर वह बेचैनी महसूस करने लगा। कार्यालय में अजीब किस्म का भारीपन, सन्नाटा और उदासी छायी रहती। स्वाभाविक More Likes This जादुई आईना - पार्ट 1 द्वारा Manshi K मंजिले - भाग 9 द्वारा Neeraj Sharma ज्वार या भाटा - भाग 1 द्वारा Lalit Kishor Aka Shitiz तेरी मेरी यारी - 5 द्वारा Ashish Kumar Trivedi आखेट महल - 1 द्वारा Prabodh Kumar Govil कहानी फ्रेंडशिप की - 1 द्वारा Shahid Raza मीरा प्रेम का अर्थ - 3 - माधव की मीरा द्वारा sunita maurya अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी