"समझ अपना अपना" कहानी रजनी और कमलेश की है, जो एक विवाहित जोड़ा है। उनके विवाह को पंद्रह साल हो चुके हैं, और कमलेश एक साफ्टवेयर फैक्ट्री का मालिक है। काम की व्यस्तता के कारण वह अक्सर देर रात घर लौटता है। एक रात, जब वह एक बजे घर आता है, रजनी की उदासी उसे परेशान करती है। रजनी बताती है कि वह अकेली और बोर हो गई है, क्योंकि बच्चे बोर्डिंग स्कूल में हैं और कमलेश का ध्यान उसके प्रति नहीं है। कमलेश उसे समझाता है कि वह कहीं भी जा सकती है और कोई रोक-टोक नहीं है। इस पर रजनी खुश होती है और अगले दिन कमलेश के साथ फैक्ट्री जाती है। वहाँ उसे उसके कामकाजी माहौल का अनुभव होता है और वह कमलेश के कर्मचारियों से मिलती है। वह कमलेश की सेक्रेटरी कामिनी और आईटी इंजीनियर शेखर से भी मिलती है। धीरे-धीरे, रजनी अपनी जिज्ञासा को शांत करने के लिए शेखर के पास बैठकर काम के बारे में सवाल पूछने लगती है। कहानी इस बात को दर्शाती है कि पति-पत्नी के बीच की संचार की कमी और व्यक्तिगत इच्छाओं का सम्मान कैसे उनके रिश्ते को प्रभावित कर सकता है। समझ अपना अपना Mukteshwar Prasad Singh द्वारा हिंदी क्लासिक कहानियां 2.1k 2.7k Downloads 7.5k Views Writen by Mukteshwar Prasad Singh Category क्लासिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण ‘‘समझ अपना अपना‘‘रजनी एवं कमलेश पति-पत्नी थे। इनकी विवाहित जिन्दगी के लगभग पन्द्रह वर्ष बीत गये थे। कमलेश एक साफ्टवेयर फैक्ट्री का मालिक था। कार्य व्यस्तता के कारण देर से घर लौटता था।आज भी कमलेश रात में करीब एक बजे घर लौटा था। बिजनेस की एक जरुरी मीटिंग देर तक चली थी। कुछ विदेशी ग्राहक आये थे। कमलेश के काॅलबेल दबाने पर रजनी ने दरवाजा खोल दिया। रजनी की आंखें बोझिल थी। चेहरे से उदासी साफ झलक रही थी।कमलेश ने पूछा - क्या बात है डार्लिंग, तबीयत तो ठीक है न। काफी बुझी-बुझी दिख More Likes This Last Benchers - 1 द्वारा govind yadav जेन-जी कलाकार - 3 द्वारा Kiko Xoxo अंतर्निहित - 1 द्वारा Vrajesh Shashikant Dave वो जो मैं नहीं था - 1 द्वारा Rohan रुह... - भाग 7 द्वारा Komal Talati कश्मीर भारत का एक अटूट हिस्सा - भाग 1 द्वारा Chanchal Tapsyam बीते समय की रेखा - 1 द्वारा Prabodh Kumar Govil अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी