यह कहानी एक धनवान व्यवसायी परिवार की है, जिसमें दशरथ सिंह, उनकी पत्नी सुशीला और उनके दो बच्चे राम और राधा शामिल हैं। यह परिवार दयालु और सरल स्वभाव का है। एक दिन, उनके घर पर भिक्षुक आते हैं, और दशरथ और सुशीला उन्हें प्रेमपूर्वक भोजन कराते हैं और दान में पैसे और सोने के सिक्के देते हैं। भिक्षुक उनके बच्चों की सराहना करते हैं और उन्हें आशीर्वाद देते हैं। हालांकि, कुछ समय बाद दशरथ के व्यवसाय में हानि होती है और उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो जाती है। उन्हें घर-बार बेचना पड़ता है और वे किराए के कमरे में रहने लगते हैं। एक दिन, बच्चों की भूख के कारण, दशरथ एक कार्यक्रम में जाते हैं, लेकिन वहां उन्हें खाना नहीं मिलता। मजबूरी में, वह वहां से खाना उठाकर ले जाते हैं, जिससे लोग उन्हें चोर समझते हैं। वह घर जाकर अपने बच्चों को खाना देते हैं, लेकिन तनाव के कारण उनकी तबियत बिगड़ जाती है और उन्हें बुखार आ जाता है। उनकी पत्नी डॉक्टर को बुलाने जाती है, लेकिन कोई मदद करने को तैयार नहीं होता। इस कहानी में दयालुता, परिवार की खुशहाली, और बाद में आई विपत्ति का चित्रण किया गया है। चोर और चोरी bhai sahab chouhan द्वारा हिंदी क्लासिक कहानियां 5.3k 2k Downloads 7.7k Views Writen by bhai sahab chouhan Category क्लासिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण बहुत पुरानी बात है एक शहर में एक बिज़नेस का परिवार निवास करता था . बिज़नेस मेन का नाम दशरथ सिंह था उसकी धर्मपत्नी का नाम सुशीला बाई तथा उसके दो बच्चे एक लड़का - एक लड़की , लड़के का नाम राम तथा लड़की का नाम राधा था लड़के की उम्र करीव बारह वर्ष तथा लड़की की उम्र आठ वर्ष थी ..दशरथ और उसकी पत्नी सुशीला बहुत सरल स्वाभाव , बहुत दयालु थे . उन लोगो के पास पैसो की कमी नहीं थी बहुत धनवान थे उनके बच्चे बहुत बड़े स्कूल में पढ़ाई करते थे .अचानक उनके घर पर आठ More Likes This Last Benchers - 1 द्वारा govind yadav जेन-जी कलाकार - 3 द्वारा Kiko Xoxo अंतर्निहित - 1 द्वारा Vrajesh Shashikant Dave वो जो मैं नहीं था - 1 द्वारा Rohan रुह... - भाग 7 द्वारा Komal Talati कश्मीर भारत का एक अटूट हिस्सा - भाग 1 द्वारा Chanchal Tapsyam बीते समय की रेखा - 1 द्वारा Prabodh Kumar Govil अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी