81. जीवन का सच वरिष्ठ कवियत्री और लेखिका, अर्चना मलैया ने एक भावनात्मक घटना साझा की। जब वे बी.ए. अंतिम वर्ष की छात्रा थीं, उनकी कक्षा में हिंदी साहित्य की व्याख्याता के भतीजे की नदी में डूबने से मृत्यु हो गई। इसके बावजूद, व्याख्याता मेडम कक्षा में पढ़ाने आईं। उन्होंने 'परिवर्तन' कविता का पाठ शुरू किया, लेकिन वे अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख पाईं और रो पड़ीं। अर्चना और अन्य छात्रों ने मेडम को अकेला छोड़ दिया, और बाद में अर्चना को यह एहसास हुआ कि उन्हें मेडम के दुःख में सहभागी बनना चाहिए था। उन्होंने यह भी समझा कि हमें जीवन में अच्छे कार्य करते रहना चाहिए क्योंकि मृत्यु निश्चित है, लेकिन उसका समय किसी को नहीं पता। 82. बिटिया से बनी पहचान एलायंस क्लब इंटरनेशनल की जबलपुर मिड टाऊन शाखा के पूर्व अध्यक्ष नवनीत राठौर और सचिव वर्षा राठौर ने अपनी बेटी वंशिका की उपलब्धियों पर गर्व व्यक्त किया। वंशिका ने तीसरी कक्षा से चित्रकला में रुचि दिखाई और धीरे-धीरे अपनी कला में निपुण हो गई। उसने विभिन्न प्रतियोगिताओं में सफलता प्राप्त की और अपनी एकल चित्रकला प्रदर्शनी का आयोजन किया। राठौर दंपत्ति का मानना है कि बेटे और बेटियों दोनों को समान महत्व दिया जाना चाहिए और उन्हें अपनी बेटी के विकास में योगदान देना चाहिए। जीवन को सफल नही सार्थक बनाये भाग - ९ Rajesh Maheshwari द्वारा हिंदी प्रेरक कथा 9 2.8k Downloads 9.1k Views Writen by Rajesh Maheshwari Category प्रेरक कथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण 81. जीवन का सच वरिष्ठ कवियत्री तथा लेखिका, म.प्र.लेखिका संघ की अध्यक्ष श्रीमती अर्चना मलैया ने भावनात्मक होते हुये एक घटना के विषय में बताया। यह बात उस समय की है जब वे बी.ए. अंतिम वर्ष की छात्रा थी, उन्होंने अपनी कक्षा में प्रवेश ही किया था कि पता चला कि हिंदी साहित्य की व्याख्याता के एकमात्र भतीजे की दो दिन पूर्व नदी में डूब जाने से अकाल मृत्यु हो गयी। हम सभी मन से दुखी हो गये थे। हमने देखा की वे व्याख्याता मेडम प्रतिदिन की तरह कक्षा में पढ़ाने हेतु आ रही थी। हम आश्चर्य में डूबे Novels जीवन को सफल नही सार्थक बनाए आत्म कथ्य जीवन और हम जीवन में असफलताओं को करो स्वीकार मत होना निराश इससे होगा वास्तविकता का अहसास। असफलता को सफलता में परिवर्तित करने का करो प्रयास।... More Likes This नारद भक्ति सूत्र - 13. कर्म फल का त्याग द्वारा Radhey Shreemali कोशिश - अंधेरे से जिंदगी के उजाले तक - 3 - (अंतिम भाग) द्वारा DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR काफला यूँ ही चलता रहा - 1 द्वारा Neeraj Sharma डॉ. बी.आर. अंबेडकर जीवन परिचय - 2 द्वारा Miss Chhoti हर कदम एक नई जंग है - 1 द्वारा Sumit Sharma दया का महत्व द्वारा DINESH KUMAR KEER इंतेक़ाम - भाग 1 द्वारा Mamta Meena अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी