51. प्रेरणा: एक नेत्रहीन विद्यालय के वार्षिक दिवस पर प्रधानाध्यापक ने बताया कि नेत्रहीन लोग भी महान बन सकते हैं। उन्होंने संत सूरदास जी का उदाहरण दिया, जिनका जन्म गरीब परिवार में हुआ था और वे नेत्रहीन थे। सूरदास ने काव्य और संगीत का अध्ययन किया और भगवान श्रीनाथ जी के प्रति अपनी भक्ति से अद्भुत रचनाएं कीं। एक बार बादशाह अकबर ने सूरदास जी की भक्ति को सुना और उनकी ईमानदारी से प्रभावित हुए। सूरदास जी ने यह सिद्ध किया कि महान बनने के लिए दृष्टि की आवश्यकता नहीं, बल्कि लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है। 52. ईमानदारी: एक रविवार को लेखक और उनका मित्र रेस्तरां में गए, जहाँ एक लंगड़ा व्यक्ति उनसे खाना मांगता है। लेखक उसे पचास रुपये देते हैं, लेकिन उस व्यक्ति को बाद में पता चलता है कि यह पाँच सौ का नोट है। वह ईमानदारी से लेखक को बताता है और केवल पचास रुपये ही चाहता है। लेखक उसकी ईमानदारी को देखकर प्रभावित होते हैं और उसे पचास रुपये देते हैं। 53. चुनौती: श्री अभय तिवारी एक प्रसिद्ध गीतकार हैं और उन्होंने पत्रकारिता भी की है। वे एक शिक्षक और एन. सी. सी. के अधिकारी हैं। जीवन को सफल नही सार्थक बनाये भाग - ६ Rajesh Maheshwari द्वारा हिंदी प्रेरक कथा 6 3.3k Downloads 10.1k Views Writen by Rajesh Maheshwari Category प्रेरक कथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण 51. प्रेरणा एक नेत्रहीन विद्यार्थियों के विद्यालय में उनके वार्षिक दिवस के अवसर पर प्रधानाध्यापक महोदय ने अपने उद्बोधन में कहा कि नेत्रहीन व्यक्ति भी जीवन में उन्नति के शिखर पर पहुँच कर महान बन सकता है। हमें नेत्रहीन होने के कारण अपने मन में हीन भावना से ग्रसित नही होना चाहिये। संत सूरदास जी उदाहरण देते हुये वे बोले कि उनका जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था। उनके नेत्रहीन होने के कारण बचपन से ही वे उपेक्षित थे। जब वे युवा हुये तो वे काव्य और संगीत शास्त्र का अध्ययन और अभ्यास करने लगे। वे भगवद् भक्त Novels जीवन को सफल नही सार्थक बनाए आत्म कथ्य जीवन और हम जीवन में असफलताओं को करो स्वीकार मत होना निराश इससे होगा वास्तविकता का अहसास। असफलता को सफलता में परिवर्तित करने का करो प्रयास।... More Likes This दस महाविद्या साधना - 1 द्वारा Darkness श्री गुरु नानक देव जी - 1 द्वारा Singh Pams शब्दों का बोझ - 1 द्वारा DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR नारद भक्ति सूत्र - 13. कर्म फल का त्याग द्वारा Radhey Shreemali कोशिश - अंधेरे से जिंदगी के उजाले तक - 3 - (अंतिम भाग) द्वारा DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR काफला यूँ ही चलता रहा - 1 द्वारा Neeraj Sharma डॉ. बी.आर. अंबेडकर जीवन परिचय - 2 द्वारा Miss Chhoti अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी