लेखक ने ध्यान करने के प्रयास में अपनी श्वासों पर ध्यान केंद्रित किया, लेकिन ऑफिस में सहकर्मी के साथ हुए विवादों के विचार उनके मन में आने लगे। इससे उनका ध्यान भंग होने लगा और प्रतिशोध की भावना जागृत होने लगी। उन्होंने अपने मन में सहकर्मी से विवाद को पूरा करने का एक काल्पनिक खेल खेला, जहाँ कोई रोकने वाला नहीं था। लेखक ने महसूस किया कि जब भी वे किसी से विवाद करते हैं, तब नकारात्मक भावनाएँ उन्हें परेशान करती हैं, जिससे उनका ध्यान टूट जाता है। महर्षि रमण की शिक्षाओं को याद करते हुए लेखक ने समझा कि नफरत और क्रोध के विचार उन्हें जीवन और मरण के चक्र में फंसा देते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि नकारात्मक भावनाएँ जैसे लोभ, मोह, और ईर्ष्या जीवन में फंसने की संभावनाएँ बढ़ाती हैं। ध्यान एक साधना है जो इन अवरोधों को पहचानने में मदद करती है। लेखक ने यह भी अनुभव किया कि प्रेम और प्रार्थना के भाव ध्यान में बाधा नहीं बनते, बल्कि मदद करते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रेम का अर्थ वासना नहीं होता, बल्कि यह एक सकारात्मक भावना है जो ध्यान की गहराई में जाने में सहायक होती है। ध्यान और पुनर्जन्म Ajay Amitabh Suman द्वारा हिंदी आध्यात्मिक कथा 27.2k 2.5k Downloads 8.6k Views Writen by Ajay Amitabh Suman Category आध्यात्मिक कथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण जब जब कोई मेरे अहम पर चोट पहुँचाता, तब तब मेरे मन में बैर उपजता। तब तब ध्यान के समय ये नकारात्मक विचार मुझे परेशान करने लगते। मेरे अहम को ध्यान का समय ही सबसे उपयुक्त लगता, मेरे तथाकथित शत्रु को हराकर स्वयं के विजय का रसास्वादन के लिए। कारण कि यहाँ पे कोई रोकने वाला नहीं था। मुझे महर्षि रमण की बात याद आने लगी। नफरत, क्रोध , बैर की भावना दीवाल में लगी हुई खूँटियों की भाँति कार्य करती है। इस कारण जीवात्मा स्वयं को जन्म और मरण रूपी दीवाल पर बार बार टांग देता है। जब जब आप किसी के प्रति नकारात्मक विचार निर्मित करते हैं, एक बात तो तय है... More Likes This वेदान्त 2.0 - भाग 1 द्वारा Vedanta Two Agyat Agyani बंधन (उलझे रिश्तों का) - भाग 76 द्वारा Maya Hanchate किसान क्या है हमारे देश के लिए द्वारा Poonam Kumari मंदिर, मूर्ति, धर्म और शास्त्र — एक नई दृष्टि - 2 द्वारा Vedanta Two Agyat Agyani कुण्डलिनी विज्ञान - 1 द्वारा Vedanta Two Agyat Agyani प्रदूषण पर निबंध द्वारा Poonam Kumari TAPASWI - CHAPTER 1 द्वारा Sagar Joshi अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी