भारतीय वाङ्मय में 'मायथोलॉजी' या 'मिथक' शब्द का प्रयोग गलत है। विश्व की सभी सभ्यताओं में निर्गुण की उपासना और सगुण से प्रीत की बातें सामान्य हैं। सगुण प्रतीकों जैसे सूर्य, चंद्रमा, और नदियों को मानवीय रूप में श्रद्धा के साथ पूजा जाता है। यूरोपीय देशों में ग्रीक सभ्यता का गहरा प्रभाव था, जिसने कई साहित्यिक रचनाएँ कीं, जिन्हें 'मायथॉलॉजी' कहा गया। भारतीय संस्कृति में सगुण की उपासना साधना का माध्यम है, जबकि अन्य सभ्यताओं में यह केवल मनोरंजन का विषय है। वेद और उपनिषद में सगुण-प्रतीकों के मंत्र हैं, जो ज्ञान के साधन के रूप में प्रयोग होते हैं। भारत में प्राकृतिक प्रतीकों का सम्मान किया जाता है, और ये हमारे सामाजिक जीवन का हिस्सा हैं। भारतीय दर्शन में ज्ञान के माध्यम से निर्गुण ब्रह्म की प्राप्ति की बात की जाती है, जो अन्य सभ्यताओं में नहीं मिलती। इस अंतर को न तो अंग्रेज शासकों ने समझा और न ही वर्तमान धर्मावलंबियों ने। क्या गलत है मायथोलॉजी शब्दमें Leena Mehendale द्वारा हिंदी पत्रिका 523 3.7k Downloads 13.7k Views Writen by Leena Mehendale Category पत्रिका पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण भारतीय वाङ्मयमें एक गलत शब्द घुस गया है मायथोलॉजी या मिथक। आज उसीका परामर्श लेना है। विश्वभरकी सारी सभ्यताओंका ब्यौरा लें तो हम पाते हैं कि निर्गुणकी उपासना और सगुणसे प्रीत ये दो बातें सारी सभ्याताओंमें थीं। इस सगुण-प्रीतमें थोडासा श्रद्धाका भाव भी आ जाता है, भययुक्त आदर भी आता है और कल्पनाविलास भी बडी मात्रामें आ जाता है। सगुण-प्रतीकोंमें सूर्य, वर्षा, मेघ, बिजली, चंद्रमा, सागर, नाग ये अतिचर्चित प्रतीक रहे। सगुण प्रतीकोंकी विशेषता ये होती है कि वे होते तो हैं कोई प्राकृतिक वस्तुमान लेकिन कल्पनामें उन्हें मानवी रूप दिया जाता है। उनमें श्रद्धालु हों तो वे प्रतीकोंसे मनौतियाँ More Likes This इतना तो चलता है - 3 द्वारा Komal Mehta जब पहाड़ रो पड़े - 1 द्वारा DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR कल्पतरु - ज्ञान की छाया - 1 द्वारा संदीप सिंह (ईशू) नव कलेंडर वर्ष-2025 - भाग 1 द्वारा nand lal mani tripathi कुछ तो मिलेगा? द्वारा Ashish आओ कुछ पाए हम द्वारा Ashish जरूरी था - 2 द्वारा Komal Mehta अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी