इस कहानी में एक मां (मांजी) की परवरिश और उसके बच्चों के प्रति उनके भावनात्मक संबंधों की चर्चा की गई है। मांजी अपने बच्चों को बड़े प्यार से पालती हैं, लेकिन जब उन्हें एक दुर्घटना के बाद मदद की जरूरत होती है, तो उनका पूरा परिवार उनसे दूर होता है। बड़े बेटे और बहुएं अपनी-अपनी जिंदगी में व्यस्त हैं और मांजी की मदद के लिए नहीं आ पाते। छोटी बहू, जो अक्सर कड़वी बातें करती है, अंत में मांजी का हाल जानती है और उनकी सेवा करने का वादा करती है। कहानी मां की त्याग, समर्पण और बच्चों की जिम्मेदारी के बारे में एक गहरी सोच प्रस्तुत करती है। मांजी की आंखों में आंसू तब आते हैं जब उन्हें अपने छोटे बेटे की बहू की सच्चाई का अहसास होता है, जो अंततः उनकी मदद करने के लिए तैयार होती है। स्नेह Anjali Dhabhai द्वारा हिंदी लघुकथा 4.7k 1.3k Downloads 9.9k Views Writen by Anjali Dhabhai Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण मां कितने जतन से अपने बच्चों को पालपोस कर बड़ा करती हैं। वो चाहे अकेली हो या परिवार के साथ पर वो अपने बच्चों को परवरिश देती हैं ,पर क्या बच्चे अपनी एक माँ को ढंग से रख पाते हैं वो प्यार दुलार दे पाते हैं यही सब मांजी सोचते सोचते। जैसे ही बाथरूम में मांजी नहाने घुसी अचानक चप्पल से फिसली और गिर पड़ी ।दर्द से कराहते हुई अपने आप को संभाला और जैसे तैसे More Likes This उड़ान (1) द्वारा Asfal Ashok नौकरी द्वारा S Sinha रागिनी से राघवी (भाग 1) द्वारा Asfal Ashok अभिनेता मुन्नन द्वारा Devendra Kumar यादो की सहेलगाह - रंजन कुमार देसाई (1) द्वारा Ramesh Desai मां... हमारे अस्तित्व की पहचान - 3 द्वारा Soni shakya शनिवार की शपथ द्वारा Dhaval Chauhan अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी