ढारस Saadat Hasan Manto द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ

Manto ki Laghukathayen द्वारा  Saadat Hasan Manto in Hindi Novels
सन इकत्तीस के शुरू होने में सिर्फ़ रात के चंद बरफ़ाए हुए घंटे बाक़ी थे। वो लिहाफ़ में सर्दी की शिद्दत के बाइस काँप रहा था। पतलून और कोट समेत लेटा था, लेक...

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