Dost Ganesha book and story is written by Varuna Mittal in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Dost Ganesha is also popular in Spiritual Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. दोस्त गणेशा Varuna Mittal द्वारा हिंदी आध्यात्मिक कथा 7 1.6k Downloads 4.4k Views Writen by Varuna Mittal Category आध्यात्मिक कथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण ट्रिन-ट्रिन, ट्रिन-ट्रिन... अलार्म की आवाज़ सुनते ही अर्णव झट-से उठकर बैठ गया। इतने में मम्मी भी अर्णव के कमरे में आ पहुंची और बोली, ‘‘अरे, क्या बात है अर्णव? आज तो तुम अलार्म की आवाज़ से ही उठ गए। रोज़ तो मेरे उठाने से भी नहीं उठते।’’ बिस्तर से उठकर बाथरूम की ओर जाते हुए अर्णव बोला, ‘‘हाँ, मम्मी आज मेरा दोस्त घर आ रहा है। तो मुझे तो जल्दी उठना ही था।’’ मम्मी ने हैरानी से पूछा, ‘‘तुम्हारा दोस्त, तुम्हारा कौन-सा दोस्त घर आने वाला है।’’ अर्णव कुछ नहीं बोला। मम्मी भी कमरे से चली गईं। कुछ देर बाद More Likes This बुजुर्गो का आशिष - 3 द्वारा Ashish स्पंदन - 1 द्वारा Madhavi Marathe भगवान् के चौबीस अवतारों की कथा -8 द्वारा Renu चैनल की डिश वाला भूत द्वारा Aariz Billan आत्मज्ञान की यात्रा - सारांश द्वारा atul nalavade मानव भेड़ियाँ और रोहिणी - 1 द्वारा Sonali Rawat पावागढ़ मंदिर - भाग 1 द्वारा Neelam Kulshreshtha अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी