रात के बारह बजे थे और अंधेरा छा गया था। गुलशन की माँ चिंतित थी क्योंकि उसकी बेटी, जो जिया के घर से लौटने के बाद से कमरे से बाहर नहीं आई थी, बेहद परेशान नजर आ रही थी। गुलशन ने दिनभर खाना नहीं खाया और उसकी माँ को चिंता होने लगी। जब माँ ने उसे बुलाने की कोशिश की, तो वह गहरी नींद में थी और नहीं उठी। गुलशन की माँ ने देखा कि उसका कमरा बंद था और वहाँ से हल्की आवाज आ रही थी, जिससे उसे चिंता हुई कि आखिर उस समय कमरे में कौन हो सकता है।
जिन्नात की दुल्हन-5
SABIRKHAN
द्वारा
हिंदी डरावनी कहानी
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विवरण
अपनी बेड पर गुलशन बीलकूल निर्वस्त्र पडी थी! उसके दोनो हाथ किसीने जकड रखे हो ईस तरह उपर की और फैले हूये थे! दोनो पैर भी विरुध्ध दिशा मे फैले थे और उन पैरो मे हल्की हल्की हिलचाल थी! गुलशन दर्द से बार बार कराह रही थी उसके होठ बार बार खुल रहे थे सिकूड रहे थे! उन्हे समजते देर न लगी की गुलशन के साथ क्या हो रहा था! उसके बिस्तर पर गुलशन के साथ जरुर कोई था ! वो किसी साये के साथ हम बिस्तर थी..! या अल्लाह..! उनके मुख से दर्द निकला जैसे!
कोई अप्सरा की भांति गजब का नूर थाउसके चहेरे मे!
और उस नूरानी चहेरे ने खलिल के दिलो दीमाग मे एसी खलबली मचाई की आखिर उस नूरेनजर को अपनी नजरो का सुकून ब...
और उस नूरानी चहेरे ने खलिल के दिलो दीमाग मे एसी खलबली मचाई की आखिर उस नूरेनजर को अपनी नजरो का सुकून ब...
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