Pipal paani aur vaitrani paar book and story is written by महेश रौतेला in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Pipal paani aur vaitrani paar is also popular in Spiritual Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. पीपल पानी और वैतरणी पार महेश रौतेला द्वारा हिंदी आध्यात्मिक कथा 5 2.2k Downloads 13.8k Views Writen by महेश रौतेला Category आध्यात्मिक कथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण मुझे उनके पीपप पानी में जाना था। कुमाऊं में मृत्यु के बारवे दिन पीपल पानी की प्रथा संपन्न की जाती है।लोग श्रद्धा से पीपल में, पानी में कुछ बूंदें दूध की मिलाकर चढ़ाते हैं। इस प्रथा में धर्म का प्रकृति से अविच्छिन्न संबन्ध स्थापित किया गया है। पीपल को कलियुग का कल्पवृक्ष माना जाता है जिसमें देवताओं के साथ-साथ पितरों का भी वास है, ऐसा कहा जाता है। श्रीमद्भागवत गीता में भी भगवान कृष्ण ने कहा है “अश्वत्थ: सर्ववृक्षाणाम, मूलतो ब्रहमरूपाय मध्यतो विष्णुरूपिणे, अग्रत: शिवरूपाय अश्वत्थाय नमो नम:” अर्थात, “मैं वृक्षों में पीपल हूँ। जिसके मूल में ब्रह्मा जी, मध्य में विष्णु जी तथा अग्र भाग में भगवान शिव जी का साक्षात रूप विराजमान रहता है। सुबह पांच बजे की उड़ान है। रात एक बजे नींद टूट गयी है। बैठे-बैठे एक विचार घुमड़ता आया। मेरी नींद फिक्रमंद हो जाती है जब सुबह की उड़ान पकड़नी होती है कितनी कोशिश करो आती नहीं, समझो,वे प्यार के दिन, दोहरा जाती है। सुबह सात बजे दिल्ली पहुंच गया हूँ। सार्वजनिक परिवहन में यात्रा करने का एक अलग आनंद है। बगल की सीट में बैठे व्यक्ति से धीरे-धीरे बातचीत होने लगती है। मेरे बगल में एक ठेकेदार बैठा है, जो पुल बनाने के ठेके लेता है। वह बीच-बीच में फोन में बता रहा कि कितना कट्टा सीमेंट और बालू भेजना है। वह अपने काम के बारे में बता रहा है और मैं उन बातों का रस ले रहा हूँ। राजमार्ग पर अब अच्छे-अच्छे ढाबे बन गये हैं। जिस ढाबे पर बस रूकी है,उसका शौचालय एअरपोर्ट के वासरूम जैसा साफ सुथरा है। खाना भी जी खुश करने वाला है। More Likes This बुजुर्गो का आशिष - 3 द्वारा Ashish स्पंदन - 1 द्वारा Madhavi Marathe भगवान् के चौबीस अवतारों की कथा -8 द्वारा Renu चैनल की डिश वाला भूत द्वारा Aariz Billan आत्मज्ञान की यात्रा - सारांश द्वारा atul nalavade मानव भेड़ियाँ और रोहिणी - 1 द्वारा Sonali Rawat पावागढ़ मंदिर - भाग 1 द्वारा Neelam Kulshreshtha अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी