Bharat ke prati vishv ka run book and story is written by vivekanand rai in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Bharat ke prati vishv ka run is also popular in Magazine in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. भारत के प्रति विश्व का ऋण vivekanand rai द्वारा हिंदी पत्रिका 1.9k Downloads 8.1k Views Writen by vivekanand rai Category पत्रिका पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण सम्पूसर्ण दक्षिण-पूर्व एशिया को अपनी अधिकांश संस्कृसति भारत से प्राप्तु हुई। ईसा पूर्व पॉचवीं शताब्दी। के प्रारंभ में पश्चिमी भारत के उपनिवेशी लंका में बस गये, जिन्होंेने अन्तय में अशोक के राज्य काल में बौद्ध –धर्म स्वी्कार कर लिया। इस समय तक कुछ भारतीय व्यासपारी सम्भअवतया मलाया, सुमात्रा तथा दक्षिण –पूर्व एशिया के अन्यब भागों में आने-जाने लगे थे। धीरे-धीरे उन्होंअने स्थामयी उपनिवेश स्था्पित कर लिये। इसमें सन्देनह नहीं कि प्राय: उन्होंरने स्थािनीय स्त्रियों से विवाह किये। व्याापारियों के पश्चांत वहां ब्राह्मण तथा बौद्ध भिक्षु पहुंचे और भारतीय प्रभाव ने शनै:शनै: वहां की स्वयदेशी संस्कृ।ति को जागृत किया। यहां तक कि चौथी शताब्दीौ में संस्कृ ति उस क्षेत्र की राजभाषा हो गयी और वहां ऐसी महान सभ्यदताएं विकसित हुई जो विशाल समुद्रतटीय साम्राज्यों का संगठन करने तथा जावा में बरोबदूरका बुद्ध स्तूमप अथवा कम्बोवडिया में अंगकोर के शैव मन्दिर जैसे आश्चोर्यजनक स्माारक निर्मित करने में समर्थ हुई। दक्षिण –पूर्व एशिया में अन्यप सांस्कृितिक प्रभाव चीन एवं इस्लासमी संसार द्वारा अनुभव किये गये परन्तुम सभ्य।ता की प्रारम्भिक प्रेरणा भारत से ही प्राप्तव हुई। More Likes This गुजरात में स्वत्तन्त्रता प्राप्ति के बाद का महिला लेखन - 1 द्वारा Neelam Kulshreshtha अंतर्मन (दैनंदिनी पत्रिका) - 1 द्वारा संदीप सिंह (ईशू) गलतफहमी - भाग 1 द्वारा Sonali Rawat बॉलीवुड के भूले बिसरे संगीतकार और उनके गाने - 1 द्वारा S Sinha सुरेश पाण्डे सरस डबरा का काव्य संग्रह - 3 द्वारा Ramgopal Bhavuk Gwaaliyar कोरोना काल में कविता से अलख जगाते मुक्तेश्वर द्वारा Mukteshwar Prasad Singh अहंकार गिराना: आत्म-चिंता से मुक्त करने का जादू द्वारा Rakesh Sharma अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी