Sushila Ki Mrutyu book and story is written by Munshi Premchand in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Sushila Ki Mrutyu is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. सुशीला की मृत्यु Munshi Premchand द्वारा हिंदी लघुकथा 1 946 Downloads 6.5k Views Writen by Munshi Premchand Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण अँधेरा हो चला था और सारे गृह में शोकमय और भयावह सन्नाटा छा गया था रोने वाले रो तो रहे थे पर कंठ बाँध बाँध कर लोग आपस में बातें भी कर रहे थे पर दबी आवाज़ में सुशीला भूमि पर पड़ी हुई थी वह सुकुमार अंग जो कभी माता के अंग में पला, कभी प्रेमांक में प्रौढ़ा, तो कभी फूलों की सेज पर सोया इस समय भूमि पर पड़ा हुआ था अभी तक नाड़ी मंद मंद गति से चल रही थी मुंशीजी शोक और निराशा मग्न हो कर उसके सर की और बैठे हुए थे अकस्मात ही उसने अपना सर उठाया और मुंशीजी के... More Likes This मझली दीदी द्वारा S Sinha बुजुर्गो का आशिष - 2 द्वारा Ashish नो मोर अभी नहीं द्वारा S Sinha शैतान का कुचक्र - 1 द्वारा LM Sharma सारथी द्वारा Lo t u s Mohabbat ya Dhokha - 1 द्वारा aruhi टूटी फूटी कहानियों का संग्रह - भाग 1 द्वारा Sonu Kasana अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी