यह कहानी "सत्य की खोज" एक युवा लेखक सुलतान सिंह द्वारा लिखी गई है, जो मानवविज्ञान का छात्र है और नास्तिकता के विचारों पर चर्चा करता है। लेखक अपने अनुभवों और विचारों के माध्यम से यह बताने की कोशिश करता है कि लोग धार्मिक विश्वासों को कैसे स्वीकार करते हैं और क्या वास्तव में वे सत्य हैं या मात्र भ्रम। लेख में लेखक यह सवाल उठाता है कि क्या वास्तव में भगवान का अस्तित्व है और क्या धार्मिक ग्रंथों, धर्मगुरुओं और धार्मिक स्थलों पर सवाल उठाना गलत है। वह यह भी बताता है कि लोग धार्मिकता के अंधेरे में जी रहे हैं और कभी-कभी सच्चाई को खोजने की कोशिश करना मुश्किल होता है। कहानी का केंद्रीय विषय यह है कि लोगों को अपने विश्वासों पर सवाल उठाने की आवश्यकता है और उन्हें सच्चाई की खोज में आगे बढ़ना चाहिए। लेखक पाठकों से प्रतिक्रिया की अपेक्षा करता है और अपने विचारों को साझा करने के लिए खुला है। सत्य की खोज... Sultan Singh द्वारा हिंदी आध्यात्मिक कथा 28 2.5k Downloads 12.3k Views Writen by Sultan Singh Category आध्यात्मिक कथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण सवाल तो हजारो उठते हे पर धर्म से लिप्त अंधे व्यक्तिओ द्वारा इन्हें दबा दिया जाता हे, रोज कई सवाल उठते हे जिनका हम जवाब ढूंढने की कोशिश में लग जाते हे पर इश सच से अंजान होने के बावजूद क्या हमने कभीभी उसे ढूंढने का सोचा तक हे कोशिश तो बहोत कोषो दूर की बात है भला ये श्रधा या आश्था कही जाये या फिर इशे डर के नाम से दर्शाया जाय ? इशमें भी अब आप सोचेंगे की भला बात तो आपकी सच हे पर हम इतने मुर्ख भीतो नहीं की भगवान ओर आश्था पर सवाल उठाये ? हम अकेले हितो नहीं जो इन्हें मानते है ? दुनिया लम्बी चौड़ी है पर हर एक धर्म में भागवानोकी कहा कमी हे फिर वो इतना नहीं सोचते ? फिर शुरुआत हम ही क्यों करे ? और भला उनपर सवाल करके हम क्या पापके भोगी बने ? आखिर किताबे, धर्मगुरु, इतिहास, पुराण ओर सभी तरह के धर्मग्रंथ सब जुठ थोड़े ना हे ? ओर फिर मंदिर, मस्जिद ओर चर्च भीतो इसबात का अद्भुत पुरावा हे की ये सत्य है जूठ नहीं ? ओर भला आखिर कर उन्हें जूठ माने ही क्यों ? apne sujav jarur niche boksh me bataye... More Likes This एक औरत की ख़ामोश उड़ान - 1 द्वारा Mohini समरादित्य महाकथा - 1 द्वारा Kapil Jain श्री दुर्गा सप्तशती- आचार्य सदानंद – समीक्षा छन्द 1 द्वारा Ram Bharose Mishra हनुमान बाहुक रहस्य -प.गंगाराम शास्त्री समीक्षा - 1 द्वारा Ram Bharose Mishra हनुमत हांक - समीक्षा व परिचय - 1 द्वारा Ram Bharose Mishra नारद भक्ति सूत्र - प्रस्तावना द्वारा Radhey Shreemali बजरंग विजय चालीसा- समीक्षा एवं पद्य - 1 द्वारा Ram Bharose Mishra अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी