कहानी "साधु बनाम स्वादु" में एक साधु का चरित्र है, जिसे पहले लोग संत मानते थे, लेकिन अब उसे 'स्वादु' कहा जाने लगा है। यह कहानी दिखाती है कि कैसे साधु अपने पापों को छिपाते हैं और भक्तों का दोहन करते हैं। एक संवाददाता साधु से पूछता है कि क्या वह भोली-भाली कन्याओं के साथ गलत काम करता है। साधु हंसते हुए यह सब अफवाहें बताते हैं और अपने लाखों भक्तों का जिक्र करते हैं। साधु यह भी बताता है कि वह भगवान का अवतार है और इस समय का सहारा लेकर अपने काम को सही ठहराता है। संवाददाता साधु से उसकी ताकत का राज पूछता है, लेकिन साधु उसे तिरस्कृत करता है और मीडिया को आलोचना करता है। कहानी अंत में साधु की छवि को और स्पष्ट करती है, जहाँ वह अपने चारों ओर के लोगों को शैतान मानता है और अपनी दुकानदारी को सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से देखता है। इस प्रकार, कहानी समाज में धार्मिक ठगी और पाखंड को उजागर करती है। साधु बनाम स्वादु... Girish Pankaj द्वारा हिंदी लघुकथा 521 2k Downloads 8.3k Views Writen by Girish Pankaj Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण Sadhu Bnaam Swadu... More Likes This यादो की सहेलगाह - रंजन कुमार देसाई (1) द्वारा Ramesh Desai मां... हमारे अस्तित्व की पहचान - 3 द्वारा Soni shakya शनिवार की शपथ द्वारा Dhaval Chauhan बड़े बॉस की बिदाई द्वारा Devendra Kumar Age Doesn't Matter in Love - 23 द्वारा Rubina Bagawan ब्रह्मचर्य की अग्निपरीक्षा - 1 द्वारा Bikash parajuli Trupti - 1 द्वारा sach tar अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी