इस कहानी में एक व्यक्ति अपनी वर्जिनिटी के बारे में बात कर रहा है। वह कहता है कि शादी के कई वर्षों और बच्चों की उत्पत्ति के बाद भी, वह आज भी वर्जिन है। वह प्रेम और विवाह को भौतिक मिलन के रूप में देखता है, न कि किसी गहरे भावनात्मक संबंध के रूप में। वह यह महसूस करता है कि उसके पास एक अनछुई और स्पर्शरहित अवस्था बनी हुई है, जो उसकी असली वर्जिनिटी का प्रतीक है। वर्जिन Lalit Kumar Mishra द्वारा हिंदी कविता 7.9k 2.5k Downloads 14.9k Views Writen by Lalit Kumar Mishra Category कविता पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण यदि आप को स्त्री विमर्श, प्रेम, व्यंग्य और यथार्थपरक रचनाएँ की तलाश है तो यह पुस्तक आपकी यात्रा को विराम देने की क्षमता रखती है इसमें सभी रचनाएँ नए पथ और दिशा की ओर आपको अग्रसर करेगी More Likes This जिंदगी संघर्ष से सुकून तक कविताएं - 1 द्वारा Kuldeep Singh पर्यावरण पर गीत – हरा-भरा रखो ये जग सारा द्वारा Poonam Kumari My Shayari Book - 2 द्वारा Roshan baiplawat मेरे शब्द ( संग्रह ) द्वारा Apurv Adarsh स्याही के शब्द - 1 द्वारा Deepak Bundela Arymoulik अदृश्य त्याग अर्धांगिनी - 1 द्वारा archana ग़ज़ल - सहारा में चल के देखते हैं - प्रस्तावना द्वारा alka agrwal raj अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी