कहानी "विवाह की बेदी" में सीमा की शादी उसके माता-पिता द्वारा धूमधाम से की जाती है। वह अपनी नई ज़िन्दगी के सपने संजोती है और शादी की रात खुश होती है। लेकिन उसकी सुहाग रात पर उसके पति रमेश का व्यवहार उसे निराश करता है। रमेश देर से आता है और फोन पर किसी से बात करता है, जिससे सीमा को समझ नहीं आता कि क्या हो रहा है। सुबह भी रमेश का ध्यान उससे नहीं है। सीमा अपने माता-पिता से झूठ बोलती है कि सब कुछ ठीक है, जबकि वह अंदर से दुखी है। उसकी सास ससुर की पूछताछ पर वह अपने दर्द को छुपाते हुए मुस्कुराती है। अंत में, जब रमेश उससे बात करता है, तो वह बताता है कि उसने शादी केवल परिवार के कहने पर की है, जिससे सीमा के मन में और भी सवाल उठते हैं। यह कहानी विवाह के रिश्तों में संकोच, असुरक्षा और भावनात्मक संघर्ष को दर्शाती है। जनवरी नेशनल स्टोरी प्रतियोगिता २०१८ Sonia Gupta द्वारा हिंदी लघुकथा 5 1.7k Downloads 5.2k Views Writen by Sonia Gupta Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण नव विवाहिता की एक कहानी जिसमें उसको कोई ख़ुशी प्राप्त ही न हुई! हारकर उसको अपने घर सब कुछ बताना पड़ा, और आज डिप्रेशन का शिकार है वह ! माँ बाप भी परेशा ! More Likes This नेताजी की गुप्त फाइलें - भाग 1 द्वारा Shailesh verma पायल की खामोशी द्वारा Rishabh Sharma सगाई की अंगूठी द्वारा S Sinha क्या यही है पहला प्यार? भाग -2 द्वारा anmol sushil काली किताब - भाग 1 द्वारा Shailesh verma Silent Desires - 1 द्वारा Vishal Saini IIT Roorkee (अजब प्रेम की गज़ब कहानी) - 2 द्वारा Akshay Tiwari अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी