यह कहानी एक महिला की है, जो अपनी खूबसूरत और झबरीली कुतिया टायना के बारे में बताती है। उसने टायना का नाम टीना रखने की सोची थी, लेकिन अंत में टायना रखा। वह अपनी कुतिया को लेकर गर्व महसूस करती है और कॉलोनी में उसकी सुंदरता की तारीफ करती है। महिला ने अपनी शादी के बाद से कॉलोनी में रहने का अनुभव साझा किया, जहां उसने अपने घर के कामों से लेकर ब्यूटी पार्लर और जिम तक विभिन्न गतिविधियों में भाग लिया। हालांकि, वह अंततः टायना की देखभाल में ही संतुष्ट हो गई। जब टायना को डॉक्टर के पास ले जाया गया, तो डॉक्टर ने बताया कि टायना को एक साथी की आवश्यकता है, जिसके परिणामस्वरूप टायना ने चार बच्चे दिए। महिला अब इस नई स्थिति से परेशान है, क्योंकि उसके लिए कुतिया के बच्चे संभालना मुश्किल हो रहा है और इससे उसके घर के बजट पर भी असर पड़ रहा है। नि:संतान Neetu Singh Renuka द्वारा हिंदी लघुकथा 3.5k 1.5k Downloads 9.1k Views Writen by Neetu Singh Renuka Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण मनुष्य होने के नाते हमें जानवरों से अधिक संवेदनशील एवं ममतामयी होना चाहिए। मगर होता बिल्कुल उल्टा है। जितनी क्रूरता मनुष्य करता है यदि जानवर आपका किया आपको लौटाए तो More Likes This उड़ान (1) द्वारा Asfal Ashok नौकरी द्वारा S Sinha रागिनी से राघवी (भाग 1) द्वारा Asfal Ashok अभिनेता मुन्नन द्वारा Devendra Kumar यादो की सहेलगाह - रंजन कुमार देसाई (1) द्वारा Ramesh Desai मां... हमारे अस्तित्व की पहचान - 3 द्वारा Soni shakya शनिवार की शपथ द्वारा Dhaval Chauhan अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी