बॉडी लैंगुएज संवाद का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसके माध्यम से हम अपनी भावनाएँ और मनःस्थिति बिना शब्दों के भी व्यक्त कर सकते हैं। यह आमतौर पर हमारे शरीर के हाव-भाव और क्रियाओं के माध्यम से होता है। आजकल के व्यस्त जीवन में लगभग 40 प्रतिशत संचार हम बॉडी लैंगुएज के द्वारा करते हैं। यह न केवल हमारी बातों को स्पष्ट करता है, बल्कि यह सुनने वाले की मनःस्थिति को भी समझने में मदद करता है, जैसे कि वह खुश, दुखी या चिंतित है। इसलिए, बातचीत के दौरान बॉडी लैंगुएज पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है। बॉडी लैंगुएज S Sinha द्वारा हिंदी पत्रिका 13.8k 32.2k Downloads 101.9k Views Writen by S Sinha Category पत्रिका पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण सभी बातें शब्दों में बोली जाएँ यह आवश्यक नहीं है. बहुत बार हम अपनी बात दूसरों तक शरीर के हव भाव या हरकत से पहुँचा सकते हैं. इस लेख में शरीर के भिन्न अंगों द्वारा दिए गए संवाद को बताने का प्रयास किया गया है. More Likes This इतना तो चलता है - 3 द्वारा Komal Mehta जब पहाड़ रो पड़े - 1 द्वारा DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR कल्पतरु - ज्ञान की छाया - 1 द्वारा संदीप सिंह (ईशू) नव कलेंडर वर्ष-2025 - भाग 1 द्वारा nand lal mani tripathi कुछ तो मिलेगा? द्वारा Ashish आओ कुछ पाए हम द्वारा Ashish जरूरी था - 2 द्वारा Komal Mehta अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी