Apradhi book and story is written by Lakshmi Narayan Panna in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Apradhi is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. अपराधी Lakshmi Narayan Panna द्वारा हिंदी लघुकथा 4 1.4k Downloads 8.7k Views Writen by Lakshmi Narayan Panna Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण उस दिन मैंने महशूस किया कि वाकई मैं अपराधी हूँ । क्योंकि मैंने जो गलती की उसका सुधार मुझे ही करना चाहिए था , लेकिन मैंने सुधार नही किया । अगर मुझे यह ज्ञात न होता कि मैंने गलती की तो शायद मेरा अपराध क्षम्य होता । शायद कोई न कोई मुझे उस गलती को सुधारने को कहता , अगर किसी ने देखा होता या शायद किसी अपराधी ने ही मुझे देखा हो । फिर वह क्यों कुछ कहता , वह तो अपने अपराध को ही छूपा रहा होगा या दादागिरी से खुलेआम अपराध कर रहा होगा । जब मैंने जान लिया था कि मुझसे अपराध हो गया गलती हो गई तो मेरा मन बहुत अशांत हो उठा , मैंने सोंचा क्या मैं इतना स्वार्थी हो सकता हूँ । फिर मैंने चारो तरफ नजर घुमाई और देखा कि अपराधी सिर्फ मैं ही नही हूँ More Likes This My Devil Hubby Rebirth Love - 46 द्वारा Naaz Zehra अकेलापन द्वारा Kahani Sangrah मझली दीदी द्वारा S Sinha बुजुर्गो का आशिष - 2 द्वारा Ashish नो मोर अभी नहीं द्वारा S Sinha शैतान का कुचक्र - 1 द्वारा LM Sharma सारथी द्वारा LOTUS अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी