"पगला भगत" कहानी ठाकुर हृदय नारायण सिंह, एक दयालु और आध्यात्मिक ज़मींदार, और भोला नामक एक भक्त के इर्द-गिर्द घूमती है। ठाकुर साहब अपने प्रजा के कल्याण के लिए चिंतित रहते हैं और भगवान शिव की उपासना करते हैं। उनके सौतेले भाई तेज नारायण सिंह को ठाकुर साहब की दयालुता पसंद नहीं है और वे उन्हें सत्ता से हटाने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि ठाकुर साहब को ज़मींदारी का अधिकार मिला है। भोला, एक साधारण चमड़ा उतारने वाला, भगवान शिव का गहरा भक्त है और अपनी भक्ति में लीन रहता है। उसकी पत्नी दुलारी परिवार की आर्थिक स्थिति को लेकर चिंतित है, लेकिन भोला अपनी भक्ति में इतना लीन है कि उसे भूख-प्यास का भी ध्यान नहीं रहता। लोग उसे "पगला भगत" कहते हैं, लेकिन उसकी भक्ति और सुर में गाए गए भजन लोगों के दिल को छू लेते हैं। कहानी में ठाकुर साहब और भोला के माध्यम से भक्ति, दया और सामाजिक संघर्ष की गहरी भावना को दर्शाया गया है। पगला भगत Ashish Kumar Trivedi द्वारा हिंदी लघुकथा 6k 1.1k Downloads 6.3k Views Writen by Ashish Kumar Trivedi Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण जो भोला कभी मंदिर की सीढ़ियां भी नही छू सका आज उसी की भस्म से उसके आराध्य का श्रंगार हो रहा था। ऐसा लग रहा था जैसे स्वयं शिव आज उस पगले भगत का आलिंगन करने हेतु बाहें फैलाए खड़े हों। More Likes This उड़ान (1) द्वारा Asfal Ashok नौकरी द्वारा S Sinha रागिनी से राघवी (भाग 1) द्वारा Asfal Ashok अभिनेता मुन्नन द्वारा Devendra Kumar यादो की सहेलगाह - रंजन कुमार देसाई (1) द्वारा Ramesh Desai मां... हमारे अस्तित्व की पहचान - 3 द्वारा Soni shakya शनिवार की शपथ द्वारा Dhaval Chauhan अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी