चंद्रगुप्त - चतुर्थ - अंक - 42 Jayshankar Prasad द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

चंद्रगुप्त - चतुर्थ - अंक - 42

Jayshankar Prasad द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी

सिल्यूकसने मेगास्थनीज से सत्य जानना चाहा, शब्द चाहे कितने भी कटु हों पर वो सत्य जानना चाहता था, सुनना चाहता था. मेगास्थनीजने कहा की चाणक्य ने एक और भी अड़ंगा लगाया है, उसने कहा है की सिकन्दर के साम्राज्य ...और पढ़े


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