ये कहानी है दो ऐसे दिलो की जो मिल कर भी कभी मिल ना सके, इनकी कहानी पूरी होकर भी अधूरी थी,कहते है प्यार और रिश्ते में अगर सच्चाई ना हो तो वो धोखा ही कहलाता है चाहे वो प्यार "रूह"से ही क्यों ना हुआ हो, कुछ ऐसी ही कहानी है "चाहत और नील" की, किस्मत ने इन्हें मिलाया जरूर था,लेकिन इनके इश्क़ का अंजाम क्या होगा ये तो ये खुद भी नही जानते थे, इनकी कहानी पूरी होकर भी अधूरी थी, नील एक ऐसा मिस्टीरियस लड़का था जिसके बारे उसके दोस्त तक नही जानते थे, वो क्या करता था, क्या है वो, कौन है वो, ये सबके लिए एक मिस्ट्री थी, एक ऐसा इंसान जिसे प्यार और रिश्ते जैसे वर्ड समझ मे ही नही आते थे,या कहे तो वो beleive ही नही करता था,जिसके लिए शादी और रिश्ते बस एक बनावटी दुनियां थी, अपने ही डार्क वर्ल्ड में रहने वाला, और किसिको खुद के करीब ना आने देने वाला ,ऐसा शख्स था "नील खुराना" ।
रूहानियत - प्रस्तावना
ये कहानी है दो ऐसे दिलो की जो मिल कर भी कभी मिल ना सके, इनकी कहानी पूरी होकर अधूरी थी,कहते है प्यार और रिश्ते में अगर सच्चाई ना हो तो वो धोखा ही कहलाता है चाहे वो प्यार रूह से ही क्यों ना हुआ हो, कुछ ऐसी ही कहानी है चाहत और नील की, किस्मत ने इन्हें मिलाया जरूर था,लेकिन इनके इश्क़ का अंजाम क्या होगा ये तो ये खुद भी नही जानते थे, इनकी कहानी पूरी होकर भी अधूरी थी,नील एक ऐसा मिस्टीरियस लड़का था जिसके बारे उसके दोस्त तक नही जानते थे, वो क्या करता था, क्या ...और पढ़े
रूहानियत - भाग 1
रूहानियत भाग -1कहानी शुरू होती है......#दिल्ली#सुबह के 4:00 बजे...अलार्म बजता है..., but a sec. एक हाथ बढ़ता है और बन्द कर देता है,एक लड़की आंखें बंद किये हुए ही अपने साइड से एक pic उठाती है....,लड़की की आंखे घनी पलको से सजी थी,जो बन्द होने के बावजूद पता चल रहा था कि बेहद खूबसूरत बड़ी बड़ी होगी, और रूम की लाइट बहोत धीमी थी फिर भी एक अलग ही चमक थी उसके फेस पर, वो अपनी गुलाबी फूलों की पंखुड़ियों सी होठो पर एक मुस्कान के साथ,उस पिक को देखकर,"गुड मॉर्निंग मम्मा ...,आपके बिना तो मेरी शुरुआत ही नहीं ...और पढ़े
रूहानियत - भाग 2
Roohaniyat Chapter -2#Scene_1बहुत सारे boys & गर्ल्स कॉलेज के बाहर इकठ्ठे थे ..... ,क्योंकि कॉलेज का फेमस बाइक रेस ये .... , हर बार होता है और इसका विनर हमेसा एक ही होता है .....boy 1 :-"यार बस आज वो ना आये...."boy2 :-"बाइक रेस और वो ना आये हो ही नही सकता..."boy3 :-" लो जिसको याद कर रहे थे वो आ गया...."।सारे हुडिंग करने लगते हैं एक साथ," नील....,नील..."।नील का फ़्रेंड :-" ओए होए क्या बात है? ....,लड़किया पागल है तेरे लिए ......, और तू है कि एक नज़र देखता भी नहीं......"।नील अपना ग्लव्स ठीक करते हुए,"मैं फालतू कामो ...और पढ़े
रूहानियत - भाग 3
Chapter -3एक दीवानापनचाहत हॉस्पिटल से अपना जॉब पूरा कर घर आती है और फिर कोचिंग क्लास के लिए जाती उसे वहाँ बहोत भीड़ दिखती है,चाहत भीड़ देखकर,"अरे यहाँ क्या हो रहा है?" वहाँ बहोत भीड़ लगी हुई थी चाहत भीड़ में ही लोगो से,"अंकल क्या हो रहा है यहाँ ये सब ?उसके बगल में ही एक अधेड़ उम्र का व्यक्ति खड़ा था जिसे चाहत पहचानती थी क्योंकि इसकी दुकान चाहत के कोचिंग के बगल में ही थी वो चाहत के इस सवाल पर उसे कहता है,"बेटा पता नहीं कुछ लोग हमारी सारी दुकान को खाली कर रहे हैं..., हम ...और पढ़े
रूहानियत - भाग 4
Chapter -4पहली मुलाकात#Scene_1#Next_Day....एक कॉन्सर्ट हॉल होता है जहां नील अपने गाने की प्रैक्टिस कर रहा होता है ....,हॉल में नहीं होता क्योंकि नील ने सारा हॉल खाली करवा दिया था ....,समीर हॉल में इंटर करता है....,पूरे हॉल में अंधेरा था,"इस लड़के को डार्कनेस क्यों पसन्द है, मुझे समझ नहीं आता...,मेरी यहाँ फटी पड़ी है...,कुछ दिख भी नहीं रहा ....(सैमी अपने फोन का टॉर्च ऑन करता है....)"नील" ।नील कुछ रिप्लाई नहीं करता, समीर फिरसे,"नील सुन ना यार....,वो काम तेरे बिना नहीं हो सकता...."।नील म्यूजिक स्टॉप करता है और अपनी eyes ओपन करता है," छोटे मोटे काम के लिए भी मैं ...और पढ़े
रूहानियत - भाग 5
chapter -5 दिल की बैचैनी#Scene_1 नील घर पर वर्क आउट कर रहा था और उसके mind और दिल में और सिर्फ चाहत ही घूम रही थी हर जगह हर वक्त....,अचानक से उसे कुछ याद आता है.... "मैं भी चाहत भारद्वाज हूं और चाहत किसी से नहीं डरती..." नील अचानक रुककर,"चाहत ️...."(तभी उसके पास एक शख्स आता है और नील के सामने एक फ़ाइल रखता है,"नील इसे कैसे भी करके उस प्रोजेक्ट से हटाओ बहोत प्रॉब्लम हो रही है इसकी वजह से, कुछ इन्फॉर्मेशन है उससे रिलेटेड देख लो"।नील उस शख्स की तरफ देखता भी नही और workout ही कर ...और पढ़े
रूहानियत - भाग 6
Chapter - 6पनपता एहसास या राज ए दर्द#After Some Time.....नील गिटार बजाते हुए चाहत के बारे में सोच रहा अपनी आँखें बंद किये हुए,"She's so different"..."hey Stop, प्यार नहीं करना है तुम्हे..,बस कैसे भी करके वो प्लॉट मेरे नाम करवानी है ....,और उन सबको वहां से निकालना है ....." एक शख्स जो नील के रूम में मौजूद था वो उसे समझाते हुए कहता है ।नील अब भी गिटार प्ले कर रहा था उस व्यक्ति की तरफ देखे बिना, मानो वो उसकी बातों को पूरी तरह इग्नोर कर रहा हो...,वो तो बस चाहत के बारे में सोच रहा था...)शख्स एक ...और पढ़े
रूहानियत - भाग 7
Chapter -7सपनो की दुनियाँअब तकअंजली ड्राइव करते हुए," तूने नास्ता क्यों नहीं किया?...."चाहत अंजली से,"देर हो जाती है मुझे...."।अंजली हुए नॉटी way में," तो हम कौनसा कॉलेज जा रहे हैं ...."।चाहत चौकते हुए,"What? क्या मतलब? हम कहां जा रहे हैं? ..,देख अंजली पहले कॉलेज फिर कही और...."।अब आगेअंजली मुँह बनाकर,"तू तो चुप रह, यार बहुत बोरिंग है तू .....,तू बस चल आज तुझे ऐसी जगह लेकर जा रही हूं ....,जहां जाकर तू बहुत खुश हो जाएगी ...."।चाहत अपने भौहे चढ़ाकर,"और ऐसी कौनसी जगह जा रहे है ?...."।अंजली बहोत खुश और एक्ससाइटेड होकर,"सपनों की दुनिया...,और वो भी तेरी...."।चाहत confused होकर,"मेरी?...."दोनो ...और पढ़े
रूहानियत - भाग 8
Chapter -8मुस्कुराने को वजह अब तकसमीर नील को मनाते हुए," चलो ना यार प्लीज मिल ले ना एक बार, मैंने कहा था अपने बेस्ट फ्रेंड से मिलाऊँगा .....,चल ना ......"। अंजली समीर को आवाज़ लगाती है," समीर..."। सामीर टर्न करता है अंजली की तरफ, और अपना हाथ दिखाते हुए उसे अपने पास आने के लिए कहता है"अंजली....."( अंजली खिचकर चाहत को जबर्दस्ती उनके पास लेकर जाती ....)समीर दोनो को ,"hi" अंजली एक स्माइल के साथ,"hi...."(चाहत की तरफ देखकर) "meet my Friend chahat....".अब आगेनील चाहत का नाम सुनकर suddenly रुक जाता है और फिर उनकी तरफ टर्न करता है.......) चाहत ...और पढ़े
रूहानियत - भाग 9
Chapter - 9क्या हो जाता है मुझे इसके सामनेअब तकनील का ध्यान सामने ग्लास पर पड़ता...,वो खुद को स्माइल देखता...,और अचानक उसके एक्सप्रेशन चेंज हो जाते..."।चाहत नील को देखकर,"अजीब है अभी स्माइल कर रहा था और suddenly ......,ये कुछ उस भूत जैसा लग रहा है मुझे....(उसके हाथ की तरफ देखकर) "और ये निशान, ये भी तो..." suddenly......सैमी बाहर आकर,"नील कहा रह गया यार तू चल, चाहत चलो...."।चाहत हाँ सर हिलाती है और उसके साथ अंदर जाती है ।अब आगे#Scene_1 #Restaurant.... चाहत अपनी जगह से उठकर,"अम्म फ़्रेंड्स....,मुझे late हो रही है....,मैं चलती हूं"।अंजलीं चाहत से,"ओह हा तुझे हॉस्पिटल के लिए ...और पढ़े
रूहानियत - भाग 10
Chapter - 10 I hate youअब तकनील चाहत को देखता है...,तो चाहत चली जाती है और नील भी कार कर लेता है और जाने लगता है...)हॉस्पिटल से अंदर जाते हुए चाहत का ध्यान डोर के ग्लास की तरफ जाता है ....,चाहत खुदको देखती है और अपने हेयर .....,फिर वो अपने हेयर बन ओपन कर देती है और एक स्माइल करती है फिर अंदर चली जाती है......, वही नील गया नहीं था वो चाहत को देख रहा था....,और स्माइल करने लगता है...,फिर कार स्टार्ट करके वहां से चला जाता...।अब आगे#Night.... #चाहत का_घर.... चाहत: (on call) I'm 100% sure yaar, ये ...और पढ़े
रूहानियत - भाग 11
Chapter - 11नील चाहत के हॉस्पिटल मेंअब तकनील," बिल्कुल .... ,you dont worry आपका ही काम कर रहा हूं कुछ दिन में वो प्लॉट आपके बेटे के नाम हो जाएगा ....,so don't worry mr. raychand"(गुस्से से हाथ जोड़ कर) "प्लीज get out of my room....और अपनी शक्ल मत दिखाइएगा मुझे...."(और फिर वापस से ड्रिंक करने लगता है....)mr raychand इतने गुस्से में थे, और अपनी फिस्ट tightly ग्रैब कर लेते है और फिर गुस्से में वहाँ से चले जाते है...,जैसे ही वो वहां से जाता है...,नील जितने भी bottles रखे थे सारे टेबल से नीचे गिराकर तोड़ देते हैं ...और पढ़े
रूहानियत - भाग 12
Chapter - 12कुछ पुरानी यादेंअब तकनील बिना किसी एक्सप्रेशन के,"मैं नहीं आ सकता मुझे...(आगे कुछ कहता)पुलकित रिक्वेस्ट करते हुए," नील तू आएगा....,मेरे लिए प्लीज...."।नील पुलकित के ऐसे रिक्वेस्ट करने पर ना नही कर पाता क्योंकि एक वही था जिसकी बात नील सुन लेता था जिससे नील बस अपना सर हाँ में हिला देता है ।अब आगे .....#Scene_1#रात....#हॉस्पिटलचाहत किसी पेशेंट को अटेंड कर रही होती है तभी नर्स आती है चाहत के पास भागकर....,नर्स जल्दी में चाहत से," मैम....,उन्हें होश आ रहा है...."।चाहत नर्स की बात सुनकर चौकती है,"क्या...."(और वो भागकर जाती है..,एक रूम था उसके सामने रुककर बहोत हिम्मत ...और पढ़े
रूहानियत - भाग 13
Chapter - 13अब तक ....चाहत सोफे के इधर उधर हो रही थी कार्तिक को चिढ़ाते हुए ....,कार्तिक चाहत को की कोशिश करते हुए,"मॉम....,इसे देखो....,रोज के रोज ये मुझपर पानी डालती है..."।चाहत बचते हुए और अपनी मॉम से," हा तो मम्मा...,मुझे लेट हो रहा था....,भैया उठ ही नहीं रहे थे...."।कार्तिक चाहत को पकड़ने के लिए होता है," तो तू ऐसे उठाएगी?...."अब आगे ......#फ्लैशबैक कंटिन्यू....चाहत की मॉम चाहत से,"अच्छा तो तुम्हें अब देर नहीं हो रही....,हम्म?..."चाहत अचानक से खड़े हो जाती है और अपने सर पर हाथ रखकर,"अरे बाप रे मैं तो भूल ही गई थी...."(तभी कार्तिक मौके का फायदा उठाते ...और पढ़े