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Full Novel
डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ - भाग 1
ये कहानी है शिवांश और आराध्या की। एक तरफ है शिवांश सिंघानिया जो है सिंघानिया कंपनी के सीईओ और में माफिया वर्ल्ड के बादशाह जिन्हे सब डेविल के नाम से जानते हैं। जो है बहुत ही ज्यादा गुस्से वाले और इन्हे लड़कियों से नफरत क्योंकि इन्हे लगता हैं कि लड़कियां सिर्फ पैसों पर मरती हैं। और वही दूसरी तरफ है आराध्या, जो है बहुत ही खूबसूरत, नटखट, शरारती और मासूम सी लड़की, और तब क्या होगा जब यह दोनो टकराएंगे ? क्या कभी शिवांश को होगा आराध्या से प्यार ? क्या यह दोनों कभी साथ रह पाएंगे ? ...और पढ़े
डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ - भाग 2
अब आगे, अमृत, सिद्धार्थ से कहता है, "और तुम यह भी तो सोचने की कोशिश करो की जो कम्पनी सालो तक नजर नही आई थी, वो कम्पनी भी आज राजपुत कम्पनी से प्रॉजेक्ट लेने के लिए पार्टिसिपेट कर रही थी फिर तुम कैसे सोच सकते हो कि वो कम्पनी इस प्रोजेक्ट को पाने की कोशिश नही करेगी...!" सिद्धार्थ तू जानता तो हैं, कि राजपुत कम्पनी, भारत की सबसे शक्तिशाली और टॉप थ्री कंपनियों में से एक है, साथ में राजपुत कम्पनी से प्रॉजेक्ट लेना बहुत बड़ी बात है और इस प्रोजेक्ट में सबसे ज्यादा प्रॉफिट भी तो है इसलिए ...और पढ़े
डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ - भाग 3
अब आगे, सब डाइनिंग टेबल पर अपना अपना नाश्ता कर ही रहे होते है कि अमृत का फोन बजने हैं फिर सब का ध्यान अमृत के फोन पर जाता हैं तो विनोद जी, उस से पूछते हैं, "बेटा, तुम्हारे फोन पर किस का कॉल आ रहा हैं?" विनोद जी की बात सुन, अमृत कहता है, "पापा वो छुटकी का कॉल आ रहा हैं ।" अमृत की बात सुन, संजीव जी अमृत से कहते हैं, "अच्छा, तो फिर उठाओ मेरी बच्ची का कॉल...!" संजीव जी की बात सुनने के बाद, अमृत कॉल उठा लेता है और कहता है, "हां छुटकी ...और पढ़े
डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ - भाग 4
अब आगे, अगली सुबह, आज रिया बहुत खुश होती है क्योंकि आज उस का जन्मदिन है और उस को रहा होता है कि हर बार की तरह सब घर वाले उस को नीचे जाते है बर्थडे विश करेंगे इसलिए रिया बहुत जल्दी जल्दी तैयार हो रही होती हैं क्योंकि रिया हर बार की तरह आज भी देर से ही उठी होती है। रिया जल्दी जल्दी नीचे आ रही है तो अमृत उस से कहता है, "अरे छुटकी संभाल के अभी गिर जाती ना तू, आज कल तेरा ध्यान किधर रहता है।" रिया, अमृत को देख कहती है, "वो भैया....!" ...और पढ़े
डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ - भाग 5
अब आगे, सिंघानिया मेमोरियल इंटरनेशनल कॉलेज में, ड्राइवर, रिया को उस के कॉलेज छोड़ देता है और वहा से सिंघानिया मैंशन के लिए निकल जाता हैं और उस के बाद रिया अपने कॉलेज में अंदर जाने लगती है। पर उस का आज मन नहीं होता है पर कर भी क्या सकती है उस की मां शिवानी जी उस के क्लास टीचर से उस की अटेंडेंस के बारे में जानकारी लेती रहती है। क्योंकि रिया का पढ़ाई में बिलकुल भी मन नहीं लगता है पर रिया जैसे तैसे कर के एग्जाम पास कर ही लेती है जिस वजह से उस ...और पढ़े
डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ - भाग 6
अब आगे, रिया के सिंघानिया मैंशन से चले जाने के बाद, श्रेया भी रिया के साथ ही बाहर चली है क्योंकि सब ने सोचा होता है कि जब तक सारी तैयारी करेंगे, तब तक के लिए श्रेया, रिया को बाहर ही रोक के रखेगी। पर आज रिया, श्रेया की एक भी बात सुनने को तैयार नहीं थी और भला कैसे हो जाती उस की इकलौती दोस्त श्रेया उस का जन्मदिन जो भूल गई थी तो बस इसलिए वो उस की कोई बात नही मान रही होती हैं। श्रेया अपने मन में कहती हैं, "क्या यार, यश भाई ने कहा ...और पढ़े
डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ - भाग 7
अब आगे, सिंघानिया मेंशन मे, अब रिया और श्रेया सिंघानिया मैंशन में आ चुकी होती हैं। रिया अंदर जा रही होती हैं कि वो देखती हैं श्रेया तो अंदर आ ही नही रही है, रिया को लग रहा होता है कि श्रेया, सिद्धार्थ भाई के गुस्से से डर रही हैं इसलिए ही अंदर नही आ रही है। फिर रिया, श्रेया के पास जाकर उस का मन बहलाने के लिए कहती हैं, "क्या हुआ चल ना या यही खड़े रहने का इरादा है तेरा ? और रही बात सिद्धार्थ भाई की तो मै हु न और भाई को कोई भी ...और पढ़े
डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ - भाग 8
अब आगे, सरला जी की बात सुन, शिवांश उन से कहता है, "दादी मां, जब यश को पता था रिया को हॉरर थीम से डर लगता हैं तो ये सब करने की क्या ज़रूरत पढ़ गई थी, चलो वो तो अभी अपना ग्रेजुएशन कर रही है और ये पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहा है तो आप को ये कहा से बच्चा नजर आ रहा हैं, बताओ मुझे...?" शिवांश की बात सुन, अब विनोद जी उस से कहते हैं, "बेटा, बच्चो मै तो हसी मजाक चलता रहता है और शायद इसलिए ही यश ने ये सब कर दिया होगा और तुम ...और पढ़े
डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ - भाग 9
अब आगे, अपने शिवांश भाई की बात सुन, रिया अपना सिर उठाती है और फिर समीर को धक्का देकर की ओर बढ़ जाती है, रिया का ऐसा करना समीर को अच्छा नही लग रहा होता है पर फिर वो सोचता है अभी शिवांश है तो रिया को कुछ नही कहता है। रिया, शिवांश के गले लग उस से कहती हैं, "भैया मुझे क्या होगा भला, मै तो बिलकुल ठीक हु।" और रिया हसने लगती है जिसे देख शिवांश और समीर के चेहरे पर भी एक मुस्कान आ जाती हैं। रिया अपने बात को पूरा करते हुए झूठमूठ का गुस्सा ...और पढ़े
डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ - भाग 10
अब आगे, जिसे लेते हैं रिया का बैलेंस ही बिगड़ जाता हैं और जब वो गिरने वाली होती है समीर उस को संभाल लेता है, और उस को डाटते हुए कहता है, "खाना नही खाती हो क्या, जब देखो गिरती ही रहती हो और अब एक हल्का सा बॉक्स भी पकड़ा नही जा रहा है ! समीर की बात सुन, रिया उस से अपना हाथ झुड़वा कर उस कर, वो बॉक्स जैसे तैसे दुबारा उठाकर समीर को पकड़ा देती हैं और गुस्से से कहती हैं, "अब बताओ ये हल्का सा बॉक्स है क्या ?" समीर जब उस बॉक्स को ...और पढ़े
डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ - भाग 11
अब आगे, जब शिवांश, रिया से ये कह देता हैं कि तुम जो भी चीज मांगेगी वो उस को के लिए तैयार हैं पर रिया के चेहरे की खुशी देख अब उस को थोड़ा डाउट भी हो रहा होता है कि उस की छुटकी ऐसा भी क्या मांगने वाली है क्योंकि हर बार से ज्यादा ही आज उस का चेहरा कुछ ज्यादा ही चमक रहा होता है। अब रिया, शिवांश से पूछती है, " तो क्या मै आप से जो मांगना चाहती हू, वो बोल दू और आप अब पीछे बिलकुल भी नही हट सकते हो...!" और यही बात ...और पढ़े
डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ - भाग 12
अब आगे, और अब सारी बाते हो जाने के बाद, शिवांश के दादा रघुवीर जी सब घर वालो से है, " चलो अब बहुत रात हो गई है तो जो भी बात होगी और अब कल सुबह को ही होगी, तो जाओ जाकर सो जाओ...!" और शिवांश के दादा रघुवीर जी, समीर से कहते है, " और तुम आज सिंघानिया मेंशन मे ही रुक जाओ कल यही से ही शिवांश के साथ ऑफिस के लिए निकल जाना...!" शिवांश के दादा रघुवीर जी की बात सुन, समीर अपने सिर हां मे हिला देता है और रिया को एक स्माइल पास ...और पढ़े
डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ - भाग 13
अब आगे, जब आराध्या की बड़ी बहन उस पर चिल्ला रही होती हैं तो आराध्या डर कर वहा से कर सीढ़ियों से नीचे राठोड़ मेंशन के हॉल में आ जाती है। और राठौड़ मेंशन के हॉल में बहुत बड़े बड़े सोफे रखे हुए होते है साथ में उन सोफो के बीचों बीच एक बड़ी सी शीशे से बनी मेज रखी हुई होती है और उस मेज के ठीक ऊपर एक बहुत बड़ा शाही झूमर लगा हुआ होता है। अब अरु उसी एक सोफे पर बैठ कर अपने पैरो में पायल पहन लेती हैं और फिर राठोड़ मेंशन के रसोई ...और पढ़े
डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ - भाग 14
अब आगे, जब अरु आरती की थाल, काव्या की तरफ बढ़ाती हैं तो काव्या अपना हाथ उठती हैं जिसे अरु अपनी आंखे बंद कर लेती हैं तो काव्या के चेहरे पर एक मुस्कान आ जाती हैं जिसे देख काव्या के दादा रघुनाथ जी, काव्या से कहते है, "क्या काव्या, मेरी नन्नी सी जान को क्यू डरा कर रही हैं ..?" अपने दादा रघुनाथ जी की बात सुन, अरु अपनी आंखे खोल के देखती है तो उस को पता चलता है कि उस की बड़ी बहन काव्या ने अपना हाथ उस को मारने के लिए नही बल्कि आरती लेने के ...और पढ़े
डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ - भाग 15
अब आगे, जब अरु और काव्या के पिता विक्रम जी, अरु को सुना रहे होते है तभी काव्या महादेव मंदिर से राठौड़ मेंशन के हॉल में पहुंच जाती हैं और उसी समय अरु रोते हुए हॉल से बाहर निकल जाती हैं, जिस से काव्या का गुस्सा आउट ऑफ कंट्रोल हो चुका था क्युकी काव्या को हर एक चीज बर्दाश थी पर कोई भी व्यक्ति उस की छोटी बहन अरु को कुछ कहे या उस के साथ कुछ करे ये उस को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नही होता था चाहे वो इंसान खुद उसके पिता ही क्यू ना हो...! ...और पढ़े
डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ - भाग 16
अब आगे, दूसरी तरफ, सिंघानिया मेंशन मे, सुबह का समय, शिवांश अपने कमरे में अपनी सिंघानिया कंपनी जाने के तैयार हो रहा था, शिवांश ने अपना थ्री पीस फॉर्मल सूट पहना हुआ होता है, साथ में ब्लैक शू पहन रखे होते है, अपने लेफ्ट हैंड में एंपेंसिव वॉच पहनी हुई होती है, अपने बालो को अच्छे से सेट कर रखा होता है उस के चेहरे की शार्प जोलाइन होने से हमारा शिवांश बहुत ही हैंडसम लग रहा होता है। अब शिवांश अपने फोन मे कुछ देखता हूं सीढ़ियों से नीचे आ रहा होता है तो अब डाइनिंग टेबल पर ...और पढ़े
डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ - भाग 17
अब आगे, दूसरी तरफ, राठौड़ मेंशन मे, विक्रम जी, अपने पिता रघुनाथ जी से पूछ ही रहे होते है रघुनाथ जी के फोन पर किसी का कॉल आने लगता है जिसे देख वो उस का कॉल कट कर देते है पर वो आदमी बार बार कॉल कर रहा होता है तो वो, अपने बेटे विक्रम जी से कहते है, " जब वक्त आएगा तो मैं तुझे खुद बता दूंगा कि मैने ऐसा क्यू किया अभी के लिए इस बात को यही खतम कर दे, क्योंकि मेरे जिगरी दोस्त रघुवीर सिंघानिया का कॉल आ रहा है और तू अच्छे से ...और पढ़े
डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ - भाग 18
अब आगे, दूसरी तरफ, राठौड़ मेंशन मे, रघुनाथ जी ये सोच ही रहे होते है तभी उन को आराध्या आवाज आती हैं जो उनका ही नाम पुकारते हुए अपने आप को बचाते हुए कहती है, "दादू, बचाओ मुझे नही तो दी मुझे मारेगी...!" और अपनी बात कहकर आराध्या अपने दादू के पीछे छुप जाती है। आराध्या की बात सुन कर, उस के दादा रघुनाथ जी, काव्या से पूछते है जो आराध्या के पीछे भागते हुए ही आ रही होती है , "और तुम क्यू वही मेरी नन्नी सी जान के पीछे पड़ गई हो...?" अपने दादा रघुनाथ जी की ...और पढ़े
डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ - भाग 19
अब आगे, दूसरी तरफ, सिंघानिया कंपनी में, अब यश अपने भाई अमृत की कार में बैठ जाता हैं और सिद्धार्थ के साथ बैठा होता है वही शिवांश अपने पी ए राजीव के साथ बैठ कर सब की कार सिंघानिया मेंशन से निकल कर सिंघानिया कंपनी के तरफ जाने के लिए एक ही लह में चल रही होती हैं साथ में 5 कार और चल रही होती है जिस मे शिवांश को और उसे के परिवार के साथ दोस्त को प्रोटेक्ट करने के लिए बॉडीगार्ड्स होते है। करीब आधा घंटे बाद, शिवांश की कार सबसे आगे और फिर बाकी लोगो ...और पढ़े