किस्मत से मिला रिश्ता

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कृपया करके इस नोवेल को पढ़कर अपना समय बर्बाद न करे क्योंकि इस नोवेल को किसी कारणवश रोक दिया गया है !!

Full Novel

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किस्मत से मिला रिश्ता भाग - 1

यह कहानी है रुद्र और तनवी की। एक तरफ है हमारे कहानी के हीरो रुद्र सिंघानिया, जो है सिंघानिया ऑफ कंपनी के सीईओ और साथ में है ये बहुत ही ज्यादा गुस्से वाले इंसान। यह है इंडिया के टॉप नंबर वन बिज़नेसमेन। रूद्र जिस शिद्दात से मीरा को ढूंढ रहा हैं क्या वो कभी उस को मिलेगी ? क्या तनवी, रूद्र को कभी बता पाएगी की वो ही मीरा है ? तब क्या होगा जब रुद्र करेगा तनवी से जबरदस्ती की शादी ? तो कैसे निभा पाएगी तनवी यह शादी ? ऐसा भी क्या किया होगा रूद्र ने तनवी के साथ जिस कारण तनवी करती है रूद्र से नफरत ? ...और पढ़े

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किस्मत से मिला रिश्ता भाग - 2

उधर उस कमरे में, अब अभय आईसीयू का दरवाज़ा खोलता है तो देखता है कि उस की बहन आईसीयू एक बेड पर लेटी हुई होती है जिस से चारो तरफ से मशीनों द्वारा घेरा हुआ होता है साथ में उस ने हल्के नीले रंग की हॉस्पितलो में उपयोग होने वाले कपडे पहने होते हैं। उस की बहन के सिर पर चोट लगी हुई होती है साथ में उस के सिर पर पट्टी भी बंधी होती है और उस को खून की बोतले चढ़ रही होती है क्योंकि उस का बहुत ज्यादा खून बह चुका होता है। अभय गुस्से में ...और पढ़े

3

किस्मत से मिला रिश्ता भाग - 3

कुछ देर बाद,आकाश आईसीयू के कमरे में आता है और उस के साथ कुछ लड़के और लड़किया होते है अपने हाथो में बहुत ही सुंदर सुंदर लॉन्ग ड्रेस ले कर आए होते हैं।जिसे देख तनवी, आकाश को कहती हैं, "क्या भैया आप जब भी जाते हो इतने सारे कपड़े क्यो ले कर आते हो और अब की बार तो इतने सारे लोगो को भी साथ में ले आए हो और लग रहा है की पूरी दुकान ही ले आए हो !"आकाश, तनवी की बात सुन कहता है, "वो मुझे समझ मे नही आ रहा था कि आप पर कौन ...और पढ़े

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किस्मत से मिला रिश्ता भाग - 4

कुछ देर बाद, राज, आईसीयू के स्पेशल वार्ड में तनवी की दवाइयां लेकर वापस आ जाता हैं तो देखता कि तनवी बड़े ध्यान से वहा रखी किसी बुक के पढ़ रही होती हैं और उस को पता ही नही चलता है कि राज बहुत देर से खड़ा उसी को देखे जा रहा है। फिर जब तनवी को प्यास लगती है तो वो पानी का गिलास लेने के लिए उठती है तो देखती हैं कि राज उस को ही देख रहा होता है तो तनवी, राज से कहती हैं, "भैया, आप कब आए और आप खड़े क्यो हो, आओ मेरे ...और पढ़े

5

किस्मत से मिला रिश्ता भाग - 5

अब तनवी बहुत ही ध्यान से जेट विमान को अंदर से देख रही होती हैं जेसे वो पहली बार जेट विमान में बैठ रही हो और उस जेट मे बैठे हुए अभय, आकाश, राज और रवि, तनवी की हर हरकत को बड़े अच्छे से नोटिस कर रहे होते हैं। तनवी जेट विमान के दरवाजे की तरफ देख रही होती हैं जिसे देख अभय उस से पूछता है, "क्या हुआ, तुम जेट के दरवाजे की तरफ क्यू देख रही हो, बताओ मुझे....?" अभय की बात सुन, तनवी अभय से कहती हैं, "भैया इस एयरोप्लेन प्लेन में तो बहुत सारी सीट ...और पढ़े

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किस्मत से मिला रिश्ता भाग - 6

कुछ देर बाद, राज, आईसीयू के स्पेशल वार्ड में तनवी की दवाइयां लेकर वापस आ जाता हैं तो देखता कि तनवी बड़े ध्यान से वहा रखी किसी बुक के पढ़ रही होती हैं और उस को पता ही नही चलता है कि राज बहुत देर से खड़ा उसी को देखे जा रहा है। फिर जब तनवी को प्यास लगती है तो वो पानी का गिलास लेने के लिए उठती है तो देखती हैं कि राज उस को ही देख रहा होता है तो तनवी, राज से कहती हैं, "भैया, आप कब आए और आप खड़े क्यो हो, आओ मेरे ...और पढ़े

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किस्मत से मिला रिश्ता भाग - 7

अब आगे, अभय की बात सुन, तनवी अभय पर थोड़ा गुस्सा दिखाते हुए कहती हैं, "क्या भैया, पहले देख लीजिए हम कहा है पर नही आप को तो बस गुस्सा करना है...!" तनवी की बात सुन, अभय तनवी को मानते हुए कहता है, "अच्छा बाबा, ठीक है हो गई मुझसे गलती, अब अपने भैया को माफ नही करोगी क्या..?" अभय की बात सुन, तनवी अभय के गले से लग जाती है और उस से कहती हैं, "ठीक है, कर दिया माफ पर आप बात बात पर गुस्सा नही करोगे....!" तनवी की बात सुन, अभय बस मुस्करा देता है और ...और पढ़े

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किस्मत से मिला रिश्ता भाग - 8

अब आगे, अभय की बात सुन, तनवी उस से कहती हैं, " बताओ ना भैया क्या डिफरेंस होता है और स्टडी रूम में...?" तनवी बात सुन, अभय तनवी को समझते हुए कहता है, " बच्चा, लाइबेरी में कोई भी व्यक्ति वहा पर जाकर अपने मन से कुछ भी पढ़ सकता है और स्टडी रूम में बस उस व्यक्ति से रिलेटेड किताबे और फाइल्स उस के लिए वहा मौजूद होती हैं, जिस से वो व्यक्ति उस रूम में बिना किसी परेशानी से अपना ऑफिस का काम घर से ही कर सकता है...!" अभय की बात सुन, तनवी उस से कहती ...और पढ़े

9

किस्मत से मिला रिश्ता भाग - 9

अब आगे, अब अभय, आकाश से कहता है, " तुम, मुझे आज होने वाली मीटिंग की फाइल लाकर दो उस मीटिंग को कुछ दिन के लिए पोस्टपोन कर दो...!" अभय की बात सुन, आकाश उस से कहता है, " ओके बॉस, मै उनको इनफॉर्म कर देता हूं...!" आकाश फिर से अभय से लगभग तनवी की फिक्र करते हुए कहता है, " बॉस, क्या हमें तनवी मैम को छोड़ के जाना चाहिए, क्युकी दिल्ली की मीटिंग में कितने दिन लगेंगे ये किसी को भी नही पता है तो आप तनवी मैम को केसे समझाएंगे अकेले रहने के लिए....!" आकाश की ...और पढ़े

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किस्मत से मिला रिश्ता भाग - 10

अब आगे, तनवी, सविता जी को अपने कमरे की तरफ ले जाने लगती हैं पर सविता जी तनवी के की दहलीज पर ही रुक जाती है क्योंकि तनवी जा व्यवहार तो सविता जी के साथ कुछ ज्यादा ही बुरा था और उस ने पहली बार जो उनके साथ किया था वो आज तक याद है, इसलिए उनकी तो हिम्मत ही नहीं हो रही थी कि वो तनवी के कमरे तक मे अंदर जा सके। जब तनवी देखती है कि सविता जी उस के कमरे की दहलीज पर ही खड़ी है तो वो अपने कमरे से उन से कहती है, ...और पढ़े

11

किस्मत से मिला रिश्ता भाग - 11

अब आगे, तनवी फिर से अपने आप से कहती हैं, " अरे पागल, जल्दी कर अभी तुझे तैयार होकर भी जाना है और सविता आंटी ने भी डिनर लगवा दिया होगा...!" अब तनवी ने अपना मीडियम लेंथ फ्रॉक पहन लिया होता है पर तनवी को वो थोड़ा टाइट लग रहा होता है इसलिए अपने आप से कहती है, " अभी के लिए तो चल ही जाएगा और कल अभय भैया के साथ जाकर अपने साइज के कुछ और ड्रेस ले आऊंगी...!" तनवी अपने आप से कहते हुए ही अपने कमरे से बाहर निकलने लगती हैं कि कितना समय हो ...और पढ़े

12

किस्मत से मिला रिश्ता भाग - 12

अब आगे, तनवी, अभय की डायरी को आगे पढ़ने ही वाली होती हैं कि उस की नजर अभय के में लगी वॉल क्लॉक पर जाती हैं जिसे देख वो हैरान होकर खुद से ही कहती हैं, " हे महादेव, मुझे आधा घंटे से ज्यादा हो गया है यहां आए हुए और तू किस काम से आई थी और क्या करने बैठ गई है...!" अपनी बात कहकर तनवी खुद के सिर पर हाथ मारती हैं। तनवी खुद से ही कहती है, "अभी के लिए ये डायरी को उस की जगह पर ही रख देती हु फिर कभी आकार इस को ...और पढ़े

13

किस्मत से मिला रिश्ता भाग - 13

अब आगे, अब अभय, तनवी के इस बरताव को देख कर उस को हैरानी से देख रहा होता है आज उस की ही छोटी बहन उस को ऐसे सुना रही होती है। अभय को अपने आप को देखता देख, तनवी उस से कहती है, " अब क्या हुआ अभय भैया, और अब जल्दी से अपना सारा काम छोड़ कर मेरे साथ नीचे चल कर डाइनिंग टेबल पर डिनर करने चलो...!" तनवी की बात सुन, अभय उस से कहता है, " बच्चा, अभी मैं अपना काम निपटा लू, उस के बाद खा लूंगा इसलिए तुम खाना खा लो क्योंकि फिर ...और पढ़े

14

किस्मत से मिला रिश्ता भाग - 14

अब आगे, तनवी, भाग कर अभय और आकाश का हाथ पकड़ कर अभय के कमरे के बाहर ले आती और फिर एक जगह आ कर रुक जाती हैं और वो जगह है सीढ़ियां जो ऊपर से नीचे की तरफ जा रही होती है और उनके सहारे ही उन तीनो को नीचे डाइनिंग टेबल तक जाना है इसलिए अब तनवी अभय का हाथ छोड़ देती हैं मगर आकाश का हाथ को कस के पकड़ लेती हैं और सीढ़ियों से नीचे जाने लगती हैं साथ में कुछ सीढ़ी उतर कर बीच में ही रुकते हुए पीछे मुड़ कर देखती है जहा ...और पढ़े

15

किस्मत से मिला रिश्ता भाग - 15

अब आगे, तनवी ने 3 तक गिनती बोली ही होती हैं कि वो उस तेज धार वाले चाकू को हाथ पर रखने ही वाली होती हैं और वो जैसे ही अपने आप को चोट पहुंचाने वाली ही होती हैं तभी अभय, तनवी का नाम चिल्लाते हुए, आकाश का हाथ छोड़ कर चार कदमों में ही अपना और तनवी की दूरी पूरी करते हुए उस के पास पहुंच जाता हैं और उस के हाथ से तेज धार वाला चाकू लेकर दूर फेक देता है और उस पर गुस्सा करते हुए कहता है, "पागल हो गई हो तुम, अगर तुम्हे कुछ ...और पढ़े

16

किस्मत से मिला रिश्ता भाग - 16

अब आगे, अभय, जब तनवी के हाथ से फर्स्ट एड बॉक्स ले लेता है तो तनवी पहले उस को के देखती है और फिर अभय से पूछती है, " अब आप को क्या हुआ अभय भैया...?" तनवी की बात सुन, अभय उस से कहता है, " तुम, आकाश की मरहम पट्टी नही कर सकती हो...!" अभय के बात सुन, वहा किसी को कुछ समझ नहीं आता है तो तनवी खड़े होकर और अपने हाथ बांधते हुए, अभय से पूछती है, "अभय भैया, जरा आप बताएंगे कि मै क्यू नही कर सकती हूं आकाश भैया की मरहम पट्टी...?" तनवी को ...और पढ़े

17

किस्मत से मिला रिश्ता भाग - 17

अब आगे, तनवी ने अभय को एक निक नेम दे दिया होता है जिस के बाद सब अपना अपना कर रहे होते है पर आज एक ही डाइनिंग टेबल पर तनवी, आकाश, राज, रवि और अभय पांचों को खाना खाते देख..! राजपूत विला के सारे नौकर, गार्ड्स और वहा पर मौजूद हर इंसान शॉक में होता है साथ में उन्हें अपनी ही आंखो पर विश्वास नहीं हो रहा होता है कि क्या ये सब जो वो देख रहे हैं वो सच में सच है...! आकाश, राज, रवि और अभय बार बार सब तनवी को खाते हुए ही देख रहे ...और पढ़े

18

किस्मत से मिला रिश्ता भाग - 18

अब आगे, तनवी की शहद वाली बात पर, अभय उस से पूछता है, "बच्चा, तुम्हे केसे पता कि खासी रोकने के लिए क्या उपयोग में लाया जा सकता है क्योंकि तुम तो बस बिजनेस से जुड़ी चीजों को ही जानने में इंटरेस्ट रखती हो तो फिर केसे...?" अभय की बात सुन, अब राज, रवि और आकाश भी तनवी को ही देख रहे होते है क्योंकि अभय ने जो कुछ भी कहा वो सोलह आने सच बात थी...! जब तनवी को लगता है कि सब उस को ही देख रहे हैं तो वो, अभय की बात का जवाब देते हुए ...और पढ़े

19

किस्मत से मिला रिश्ता भाग - 19

अब आगे,सब ने आराम से खाना खाया होता है वही आज रात पहली बार राज, रवि और आकाश तनवी होने पर भी तीनो बहुत ही खुश होते है..!अब अभय अपना खाना खत्म कर के अपनी सीट से उठने लगता है तो आकाश को देख के उस से कहता है," खाना खाके स्टडी रूम में आ जाना...! "अभय की बात सुन कर आकाश अपना सिर हां मे हिला देता है और अभय वहा से अपने कमरे की तरफ जा रहा होता है तो..!तो तनवी उस को रोकते हुए पूछती है," अभी भैया, क्या आप रोबोट हो...? "तनवी की बात सुन ...और पढ़े

20

किस्मत से मिला रिश्ता भाग - 20

अब आगे,तनवी की बात सुन कर अभय किसी छोटे बच्चे की तरह अपना सिर हां मे हिला देता है देख तनवी के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है और अब वो, सीढ़ियों से ऊपर आकर अभय के पास खड़ी हो जाती हैं और उस से कहती है," चलो, फिर हमारे पास अब एक लास्ट ऑप्शन बचा है..! "तनवी की बात सुन, अभय उस को थोड़ा कन्फ्यूज होकर देखता है और साथ में उस को समझ ही नही आता है कि अब तनवी क्या बोलने वाली हैं...!तनवी, अभय के चेहरे के कन्फ्यूज एक्सप्रेशन को देखने के बाद उस से कहती ...और पढ़े

21

किस्मत से मिला रिश्ता भाग - 21

अब आगे,अभय के ऐसे करने पर तनवी आप अपनी आंखो को छोटा करके उस को ही देख रही होती और वही अभय की हिम्मत नही होती है कि वो अपनी बहन की तरफ मुड़ कर देख भी ले..!अब जब अभय, तनवी की तरफ देख ही नहीं रहा होता है तो तनवी ही अब अभय की तरफ बढ़ने लगती हैं अभय को ये एहसास तो हो गया होता है कि तनवी उसके ही पास आ रही है पर वो अभी भी ऐसे ही खड़ा हुआ था..!अब तनवी, अभय के बिलकुल पास खड़ी होती हैं और अभय से पूछती है," अभी ...और पढ़े

22

किस्मत से मिला रिश्ता भाग - 22

अब आगे,जब अभय ने तनवी को बोला होता है कि वो ही उस की पूरी दुनिया है तो पहले तनवी मुस्करा रही होती हैं और फिर जैसे ही अभय, अपने पर्सनल बॉडीगार्ड राज का कॉल कट करता है तो तनवी के चेहरे के भाव बदल जाते है और अब वो, अभय को अपनी आंखो को छोटा कर के देख रही होती है...!जिसे देख अभय अब वो, तनवी से कहता है," अब तुम्हे क्या हुआ बच्चा...!"अभय की बात सुन कर, तनवी उस से कहती है," आप ने मुझे डाटा, मै आप से बात नही करूंगी और न ही दवाई खाहूंगी...!"तनवी ...और पढ़े

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