वैसे फिल्मों में तो सब चाहते हैं कि हीरो और हीरोइन मिले, मगर असल जिंदगी में कोई भी नही चाहता। वैसे भी वो लोग बहुत ही खुश नसीब होते है जिन्हे उनकी मोहब्बत मिलती है। चलिए अब मैं अपनी नई नोवल की कहानी शुरू करती हू जो एक इश्क की दास्तान है........... ये कहानी गीतिका और युवान की है। गीतिका एक मिनिस्टर की बेटी है और युवान एक बहुत ही बड़े गुंडे का बेटा है तो फिर क्या है इनकी कहानी। चलिए पढ़ते हैं मेरे साथ................. रात का टाईम है युवान जिसे सब प्यार से युवी बोलते है सो रहा है। तभी उसके पापा उसके कमरे में आते हैं और जोर की चिल्लाते हैं। अपने पापा की आवाज सुन कर युवी उठ जाता हैं और बोलता है, "क्या हुआ पापा आप इतना चिल्ला क्यो रहे हो"। तब युवान के पापा जिनका नाम क्रांति सिंह है बोलते है, "तुम्हे पता नहीं है कि तुम कोन हो ?????? तब युवी बोलता है, "मुझे सब कुछ पता है कि मैं कोन हू, मगर आपको क्या हो गया है जो आप इतनी रात में मुझे ये याद दिलाने आए हैं कि मैं कोन हू "।
इश्क दा मारा - 1
वैसे फिल्मों में तो सब चाहते हैं कि हीरो और हीरोइन मिले, मगर असल जिंदगी में कोई भी नही वैसे भी वो लोग बहुत ही खुश नसीब होते है जिन्हे उनकी मोहब्बत मिलती है। चलिए अब मैं अपनी नई नोवल की कहानी शुरू करती हू जो एक इश्क की दास्तान है...........ये कहानी गीतिका और युवान की है। गीतिका एक मिनिस्टर की बेटी है और युवान एक बहुत ही बड़े गुंडे का बेटा है तो फिर क्या है इनकी कहानी। चलिए पढ़ते हैं मेरे साथ.................रात का टाईम है युवान जिसे सब प्यार से युवी बोलते है सो रहा है। तभी ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 2
युवान और गीतिका की कार टकरा जाती है। जिससे की युवी को बहुत ही गुस्सा आता है और वो से उतरता है और गीतिका की कार के पास जाता हैं और ड्राइवर से चिल्ला कर बोलता है, "अबे ओ बूढ़े तुझे दिखाई नही दे रही है इतनी बड़ी कार जो सुबह सुबह टक्कर मार रहा है"।तभी गीतिका कार से उतरती हैं और बोलती है, "आपको बात करने की तमीज नही है किसी से"।तब यूवी बोलता है, "नही..........तब गितिका का ड्राईवर उतरकर गीतिका से बोलता है, "बेटी आप क्यो कार से उतर गई हो, आप अंदर जाओ, इससे मै बात ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 3
उस आदमी की बात सुनते ही युवी के पापा बोलते हैं, "तो इंतजार किस का कर रहे हो, मार उसको"।तब वो आदमी बोलता है, "मालिक आप ये क्या बोल रहे हैं, वो कोई छोटा मोटा आदमी नही है मिनिस्टर है मिनिस्टर"।तब यूवी के डैड बोलते हैं, "अरे बहुत से देखे हैं मैने ऐसे मिस्टर, बहुत आए और बहुत गए"।तब वो आदमी बोलता है, "आप उसे जानते नही हो, वो बहुत ही ताकतवर है"।तब यूवी के पापा बोलते हैं, "अब मेरे सामने उसकी तारीफ ना करो"।यूवी नाश्ता करके अपने बेड पर फोन चला रहा होता है। तभी यश उसके पास ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 4
अपने डैड की बाते सुनते ही गीतिका के पैरो तले जमीन खिसक जाती है और तब वो बोलती है, आप ये क्या बोल रहे हैं"।तभी गीतिका के डैड उसे आंखे दिखाते हैं और चुप रहने के लिए बोलते है। गीतिका को बहुत ही गुस्सा आ रहा होता है, मगर वो चुप चाप वही पर खडी रहती हैं।MLA साहब गीतिका के डैड को गले लगाते हैं और बोलते है, "मुझे यकीन ही नही हो रहा है कि हमारी बरसो पुरानी दोस्ती अब रिश्तेदारी में बदलने जा रही है"।तब गितिक के डैड बोलते है, "मैं तो इस दिन का कब से ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 5
यूवी के डैड यश को थप्पड़ मारते हैं। ये देख कर यूवी और उसकी मां चोक जाते है। तब की मां बोलती है, "आप ये क्या कर रहे हैं, आप अपने जवान बेटे को मार रहे हैं"।तब यूवी के पापा बोलते हैं, "तुम देख नही रही हो की किस तरह से बोल रहा है ये मेरे साथ, देख लो अभी भी वक्त है समझा लो इसे, वरना कही ऐसा ना हो की उस लड़की के साथ साथ मुझे इसे भी मारना पड़े"।ये सुनते ही युवी की मां को गुस्सा आ जाता हैं और वो बोलती है, "आप ये क्या ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 6
यूवी के पापा बोलते हैं, "जितना पूछा है उतना ही जवाब दो"।तब यूवी बोलता है, "पहले आप बताओं, की इस रिश्ते के लिए मान गए हैं"।तब यूवी के पापा बोलते हैं, "तुम्हे क्या लगता है कि मै इस रिश्ते के लिए कभी मानूंगा, ऐसा कभी भी नही हो सकता है, यश की शादी वही पर होगी जहा पर मेने तय की है"।तब यूवी बोलता है, "तो फिर आप उस लङकी के बारे में क्यो पूछ रहे हैं"।तब यूवी के पापा बोलते हैं, "मुझे उसे मरवाना है इसलिए"तब यूवी बोलता है, "क्या पापा आप भी एक लड़की की जान के ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 7
राजीव एक रेहड़ी वाले का एक्सीडेंट कर देता है और उल्टा खुद बाहर निकल कर रेहड़ी वाले को मारने है और बोलता है, "गरीब कीचड़ कहे के तेरी इतनी हिम्मत की तो मेरी गाडी के आगे आएगा"।तब राजीव का एक आदमी बोलता है, "सर इसे जानें दो अभी आप अभी जल्दी घर चलो बड़े साहब का बार बार कॉल आ रहा है"।तब राजीव बोलता है, "मैने तुम लोगों को कितनी बार बोला है कि ये गरीब कीचड़ लोगो को मेरे सामने मत आने दिया करो, मगर तुम्हे मेरी बात समझ में ही नहीं आती हैं"।तब वो आदमी बोलता है, ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 8
अपनी डैड की बाते सुनकर राजीव बहुत ही गुस्सा होता है और बोलता है, "डैड गीतिका से मेरी शादी वाली है और दुनिया की कोई भी ताकत मुझे उससे मिलने से रोक नही सकती है, तो फिर उसके घर वाले क्या चीज़ है"।तब MLA साहब गुस्से में बोलते है, "राजीव अपनी औकात मत दिखाओ, पहले भी तुम्हारे इसी रवेये की वजह से तुम्हारे रिश्ते टूटे थे"।तक राजीव बोलता है, "मुझे आपकी बकवास नही सुननी है मुझे बस गितिका से मिलना है और मै उससे मिल कर रहूंगा"ये बोलकर राजीव वहा से चला जाता हैं।उधर गीतिका की भाभी गीतिका की ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 9
तभी राजीव अपनी कार में से निकलता है और गीतिका की कार के पास जाता हैं और उसे कार बाहर निकलने को बोलता है। गीतिका कार से बाहर आती हैं और बोलती है, "ये क्या गुंडा गर्दी है तुम मेरी कार के सामने क्यो आए हो"।तब राजीव बोलता है, "मुझे तुम से कुछ बात करनी है"।तब गितिका बोलती है, "मगर मुझे तुम से कोई बात नही करनी है"।तब राजीव बोलता है, "गीतिका मै तुम से प्यार से बात कर रहा हूं, चलो मेरे साथ "।तब गितिका बोलती है, "मेरे साथ जबरदस्ती करने की कोशिश भी मत करना, वरना खीच ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 10
अपनी भाभी की बाते सुनकर गीतिका बोलती है, "भाभी आप क्यो मेरे लिए इतना परेशान होती हैं सुबह से तक, अब मैं खुद देख लूंगी की मेरा फायदा किसमे हैं और किस में नही, आप बस अपने फायदे पर ध्यान दीजिए"।तब गीतिका की भाभी बोलती है, "आज कल तुम्हारी जबान कुछ ज्यादा ही नहीं चलने लगीं है ?????तब गीतिका बोलती है, "मुझे ना ज्यादा बोलने का कोई शौक नही है मगर क्या करु मजबूरी है, बोलना पड़ता है, और आप जाइए आराम से सो जाइए, क्यो मेरी वजह से अपनी निंद खराब कर रही है "।उसके बाद गीतिका की ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 11
यूवी को अपने सामने खड़ा देख राजीव को बहुत ही गुस्सा आ जाता है और वो बोलता है, "ए तू मेरे सामने आ कर खड़ा क्यो हो गया है"।तब यूवी बोलता है, "हाथ छोड़ लङकी का"।तब राजीव बोलता है, "तुझे पता भी है कि तू किस से बात कर रहा है"।तब यूवी गुस्से से बोलता है, "तुझे समझ में नही आती है एक बार में बात, बोला ना कि हाथ छोड़ लङकी का"।तभी राजीव बोलता है, "नही छोड़ रहा हाथ बोल क्या कर लेगा"।तभी यूवी राजीव को एक थप्पड़ मारता है और राजीव अपनी गाड़ी के ऊपर गिर जाता ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 12
यूवी को ऑपरेशन थिएटर में ले कर चले जाते है। यूवी के पापा और भाई बहुत ही परेशान हो है। तभी यूवी के पापा बोलते हैं, "अखिर इस शहर में किसकी इतनी हिम्मत हो गई है जिसने मेरे बेटे के ऊपर गोली चलाई"।तब यश बोलता है, "पापा वार करने वाला बुजदिल था, तभी तो उसने पीछे से वार किया है, अगर इतना ही ताकतवर होता तो सामने से वार करता ना"।तब यूवी के पापा बोलते हैं, "वो जो भी हो मुझे उससे फर्क नही पड़ता है, मुझे बस वो चाहिए आज शाम तक जिसने मेरे बेटे के साथ ऐसा ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 13
गीतिका के डैड और भाई घर पर आ जाते है तभी गीतिका के डैड बोलते हैं, "कहा है गीती गीतिका की मॉम बोलती है, "जब से आई है तब से अंदर ही बंद है दरवाजा खोल ही नहीं रही है "।उसके बाद गीतिका के डैड गीतिका के कमरे के बाहर खडे हो कर बोलते है, "गीति बेटा दरवाजा खोलो "।मगर गीतिका दरवाजा नही खोलती हैं। तब गीतिका के भाई बोलते हैं, "देखो गीतिका अगर तुम दरवाजा नही खोलोगी तो मै ये दरवाजा तोड़ दूंगा, इसलिए आराम से बोल रहा हूं कि दरवाजा खोल दो "।तभी गीतिका दरवाजा खोल देती ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 14
जैसे ही यूवी की मां को पता चलता है कि यूवी को गोली लगी है और वो हॉस्पिटल में तो वो परेशान हो जाती है और हॉस्पिटल जाने की जिद करने लगती हैं। सभी उन्हे मना करते हैं मगर वो किसी की भी बात नही मानती हैं और जिद करके हॉस्पिटल चली जाती है।उधर गीतिका के डैड और भाई MLA साहब के घर जाते है। उन्हे देख कर MLA साहब चौक जाते है और बोलते है, "आप लोग इस तरह अचानक से कुछ काम था क्या ??????तब गीतिका के डैड बोलते हैं, "जी बहुत ही जरुरी बात थी तभी ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 15
तब गीतिका बोलती है, "मेरा दिमाग ठीक है तभी बोल रही हूं कि रात में जाना है, अगर दिन जाएंगे तो सबको पता चल जाएगा और फिर सब गलत सोचेंगे"।तब नव्या बोलती है, "अच्छा ठीक है मैं रात में कार ले कर आ जाऊंगी "।उसके बाद गीतिका उसे थैंक्स बोलती है और फोन रख देती है।यूवी की मां हॉस्पिटल पहुंच जाती है और बोलती है, "कहा है मेरा बेटा और केसा है अब ?????तब यूवी के पापा बोलते हैं, "तुम्हे यूवी के बारे में कैसे पता चला "।तब यूवी की मां बोलती है, "मै आप से बहस नही करना ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 16
मेहमानो को देख कर गीतिका के डैड उसके भाई से बोलते हैं, "अभी किसी से कुछ भी मत कहना, किसी के सामने कोई तमाशा नही चाहता हूं"।तब गीतिका का भाई बोलता है, "ओके डैड"।उधर राजीव अपने डैड से बोलता है, "वाह डैड आपने तो कमाल ही कर दिया, क्या झूठी कहानी सुनाई है आपने उन्हे"।तब MLA साहब बोलते हैं, "देखो राजीव आज तो मैने सब कुछ संभाल लिया है, मगर जरुरी नहीं है कि हर बार मै सब कुछ संभाल लू, इसलिए अब तुम भी थोड़े जिम्मेदार बनो और इस तरह की गिरी हुई हरकत छोड़ दो "।तब राजीव ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 17
तब यूवी बोलता है, "बातो को घुमाओ मत, सीधी तरह से बताओ की कोन हो और यहां पर क्या रही हो"।तब गीतिका बोलती है, "मैं वही लड़की हू जिसे तुमने सुबह उस गुंडे से बचाया था, और मेरी वजह से तुम्हे गोली खानी पड़ी "।तब यूवी बोलता है, "सुबह गई बात गई, मगर तुम यहां पर क्या करने आई हो ????तब गितिका बोलती है, "मैं तुम्हे देखने आई हू की तुम अब कैसे हो और तुम्हे थैंक्स भी बोलने आई हू"।तब यूवी बोलता है, "मुझे तुम्हारे थैंक्स की कोई जरूरत नहीं है, और तुम पागल हो क्या जो इतनी ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 18
गीतिका कॉलेज पहुंच जाती हैं और जा कर क्लास में बैठ जाती है और पढ़ने लगती हैं।उधर यूवी यश बोलता है, "भाई अब मुझे कब तक रखोगे यहां पर, मुझे यहां पर अच्छा नहीं लग रहा है, मुझे घर ले कर चलो"।तब यश बोलता है, तुम्हारा दिमाग तो ठीक है न तुम ये क्या बोल रहे हों, तुम्हे गोलियां लगी हैं"।तब यूवी बोलता है, "लगी है नहीं थी, अब मैं ठीक हूँ और मुझे घर जाना है "।तब यश बोलता है, "जिद मत करो, और मुंह बंद करके यहां पर लेटे रहो "।उधर यूवी के पापा एक मीटिंग रखते ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 19
यश और उसकी मां काफी घबरा जाते हैं। यूवी के इस तरह गायब होने से। तभी यूवी की मां हैं, "कहा गया यूवी यश, तुम तो यही पर थे ना"।तब यश बोलता है, "मां यूवी यही पर ही था, मैं अभी तो उसे यही पर देख कर गया था, तो फिर वो अचानक कहा चला गया "।तब यूवी की मां बोलती हैं, "कोई उठा कर तो नहीं ले गया है उसे, जल्दी से कॉल करो अपने पापा को और उन्हें बताओ यूवी के बारे मे"।यश अपने पापा को कॉल करता है और उन्हें सब कुछ बता देता है।ये सुनते ...और पढ़े