श्रेष्ठ हिंदी कहानियाँ पढ़ें और PDF में डाउनलोड करें होम कहानियां ट्रेन्डिंग हो रहे हैं फ़िल्टर: श्रेष्ठ हिंदी कहानियां वो जो मेरा था - 9 द्वारा Neetu Suthar 2.3k "वो जो मेरा था..." Episode 9 – जब काव्या ने पहली बार आरव के लिए लिखा…---कहते हैं, लिखने वाला हमेशा किसी के लिए लिखता है — चाहे नाम लिखे ... वो जो मेरा था - 7 द्वारा Neetu Suthar 3k "वो जो मेरा था..." Episode 7 – Chapter Café में छुपा राज़---कभी-कभी कुछ ठिकाने सिर्फ मुलाक़ातों के लिए नहीं होते…वो अधूरी कहानियों की आख़िरी सांसें भी बन जाते हैं।काव्या ... कुछ पल अनजाने से - भाग 2 द्वारा Gunjan Banshiwal 231 तथ्या को परवरिश अपने भाई से मिली थी जिस कारण उसका सबसे ज्यादा लगाव अपने भाई समीर से ही था लेकिन यदि समीर के बाद तथ्या के जीवन में ... कुछ पल अनजाने से - भाग 1 द्वारा Gunjan Banshiwal (33) 966 सवा का महीन था। चारों तरफ हरी चादर पेड़ पौधों को ढके हुए थी । आकाश में काली घटाएं छाई हुई थी जिसके कारण बहुत अंधेरा सा लगता था।रह- ... तूफान के बाद प्यार और वापसी की कहानी द्वारा Meenakshi Mini 3.1k रिया और समीर की प्रेम कहानी कॉलेज के दिनों में शुरू हुई थी और परिवार की रज़ामंदी के बिना भी शादी के बंधन तक पहुँच गई. मुंबई जैसे महानगर ... एक शादी ऐसी भी - 3 द्वारा Black Heart 282 इतना कह बॉडीगॉर्ड तुरंत चुप हो जाता हैं और वो भी एक चेयर खींच उस पर बैठ जाता हैं। जिया का खाना हो जानें के बाद जिया उस बॉडीगार्ड ... एक अद्भुत अह्सास द्वारा Vijay Erry 267 काशी : एक अद्भुत अह्सास लेखक : विजय शर्मा एरीशब्द संख्या : लगभग १५००सूरज अभी पूरी तरह उगा भी नहीं था कि गंगा के घाटों पर पहली नाव खेना शुरू ... मैं तेरे प्यार में पागल - 2 द्वारा Bharti 007 417 नंदीश संधु सिंह उस रात बंगले से निकल पड़ा आज वह सिर्फ़ एक पति नहीं था , वो वकील भी था और उससे भी ज़्यादा, एक सबूत को सुंघाने ... मोहल्ले का प्यार द्वारा vikram kori 399 इंदौर शहर अपनी साफ़-सुथरी सड़कों, स्वादिष्ट पोहे-जलेबी और अपनत्व से भरे मोहल्लों के लिए जाना जाता है। ऐसा ही एक पुराना मोहल्ला था—गणेश नगर। यह मोहल्ला छोटा ज़रूर था, ... सात फेरे हम तेरे - सेकेंड सीजन - भाग - ५३ द्वारा RACHNA ROY (210) 1.4k कुछ देर बाद ही न्यारा की रोने की आवाज आने लगी।सारा ने देखा तो नताशा उसके बाल बना रही थी बस फिर क्या खिलखिला कर हंस पड़ी।ओह क्या बात ... तेरे मेरे दरमियान - 44 द्वारा CHIRANJIT TEWARY 213 त्रिपूरारी को दैखकर आदित्य बहोत खुश हो जाता वो दौड़कर अपने मामा के पास जाता है और गले लगते हूए कहता है --आदित्य :- अरे मेरे प्यारे कंश मामा त्रिपुरारी ... एक शादी ऐसी भी - 1 द्वारा Black Heart (54) 2k मुंबई शहर के एक कोर्ट में एक लड़की रजिस्ट्रार के कमरे के बाहर बैठी थी। तभी कमरे के अंदर से किसी आदमी की आवाज आती हैं।आदमी " मिस जिया ... बचपन की आखरी चिट्ठी द्वारा InkImagination 642 बचपन की आख़िरी चिट्ठी(एक हिस्सा, पर पूरी कहानी)हमारा पहला दिन था प्लेस्कूल का।मैं नीली फ्रॉक में थी, नैना पीले में।मैं रो रही थी क्योंकि मम्मी चली गई थीं, और ... वैदही द्वारा khwahishh 318 धूप का हल्का पीला रंग खेतों की मेड़ों पर फैल रहा था। कहीं दूर एक बच्ची मिट्टी से सनी किताब लेकर भागती हुई आ रही थी। उसके नंगे पाँवों ... नेहरू फाइल्स - भूल-59 द्वारा Rachel Abraham 1.3k [ 5. आंतरिक सुरक्षा ] भूल-59 असम में समस्याओं को बढ़ाना पूर्व में विस्तार में दी गई भूल#5 में हमने जाना कि कैसे नेहरू के गलत निर्णय के फलस्वरूप आखिरकार असम में ... नेहरू फाइल्स - भूल-85 द्वारा Rachel Abraham 717 भूल-85 विकृत, स्वार्थपूर्णधर्मनिरपेक्षता और अल्पसंख्यकवाद धर्मनिरपेक्षता राज्य को धर्म से पूरी तरह से अलग करना है। यह राज्यों का प्रतिनिधित्व करनेवाले सरकारी संस्थानों और पदाधिकारियों को धार्मिक संस्थानों, धार्मिक प्राधिकरणों एवं ... नेहरू फाइल्स - भूल-86 द्वारा Rachel Abraham 534 भूल-86 नेहरू और समान नागरिक संहिता (यू.सी.सी.) भारत में राज्य के नीति-निर्देशक तत्त्व (डी.पी.एस.पी.) का अनुच्छेद-44 समान नागरिक संहिता (यू.सी.सी.) को कार्यान्वित करना राज्य का कर्तव्य बनाता है। यू.सी.सी. का मकसद ... नेहरू फाइल्स - भूल-87 द्वारा Rachel Abraham 303 भूल-87 ‘सिक्युलरिज्म’ बनाम सोमनाथ मंदिर (जूनागढ़ के लिए कृपया भूल#31 पढ़ें। सोमनाथ और गजनी के महमूद के लिए भूल#92, 93 देखें) सोमनाथ मंदिर गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के काठियावाड़ के जूनागढ़ जिले में ... दो नाम, एक रिश्ता द्वारा Md Ibrar pratapgarhi (38) 966 उत्तर प्रदेश के Pratapgarh जिले में बसे छोटे और शांत गाँव Kusumi की एक अलग ही पहचान थी।गाँव के बीच में खड़ी पुरानी Masjid Jama सिर्फ़ इबादत की जगह ... चिड़ियावन के पांच दोस्त द्वारा Galp Gatha 2.1k भाग 1 उपन्यास: चिड़ियावन के पाँच दोस्त “चिड़ियावन की सुबह और पाँचों की टोली”सुबह का वक्त था।गाँव चिड़ियावन में सूरज की पहली किरण जैसे ही आम के पेड़ की पत्तियों पर ... ध्रुव आर्या - 4 द्वारा madhvi 840 दूसरी तरफ से आई आवाज को सुनकर डॉक्टर कुलकर्णी कहते है. क्या हुआ है डॉक्टर शेट्टी.डॉक्टर शेट्टी घबराई सी आवाज में कहते है" डॉक्टर कुलकर्णी वो आ चुका है ... ध्रुव आर्या - 3 द्वारा madhvi 927 वो शख्स कहता है सुनो. तुमने सबको बताया की उस एक्सीडेंट में तुम्हारी Wife औऱ तुम्हारी बेटी आर्या मर चुकी है पर तुमने झूठ बोला आर्या अभी भी जिन्दा ... कर्म नहीं, अंतर द्वारा Raj Phulware 858 कर्म नहीं, अंतर लेखक राज फुलवरेपुराने समय की बात है। हरे-भरे खेतों, मिट्टी की सोंधी खुशबू और शांत वातावरण से भरा एक छोटा-सा गाँव था— अमलपुर। गाँव बहुत बड़ा नहीं ... सुख की कामना द्वारा Vijay Erry 606 सुख की कामना लेखक: विजय शर्मा एरी(लगभग १५०० शब्दों की कहानी)गाँव का नाम था नंदगाँव। पहाड़ों के बीच बसा यह गाँव इतना सुंदर था कि लगता था प्रकृति ने अपनी ... लघुकथा आध्यात्मिक कथा फिक्शन कहानी प्रेरक कथा क्लासिक कहानियां बाल कथाएँ हास्य कथाएं पत्रिका कविता यात्रा विशेष महिला विशेष नाटक प्रेम कथाएँ जासूसी कहानी सामाजिक कहानियां रोमांचक कहानियाँ मानवीय विज्ञान मनोविज्ञान स्वास्थ्य जीवनी पकाने की विधि पत्र डरावनी कहानी फिल्म समीक्षा पौराणिक कथा पुस्तक समीक्षाएं थ्रिलर कल्पित-विज्ञान व्यापार खेल जानवरों ज्योतिष शास्त्र विज्ञान कुछ भी क्राइम कहानी उड़ान (3) द्वारा Asfal Ashok (14) 756 उसने दस-बाय-दस का एक कमरा ले लिया। एक खिड़की, एक बल्ब, एक गैस। दीवार पर नमोकार मंत्र का फोटो।पहली रात वह बिस्तर पर लेटी रही। याद आईं सारी बातें—माँ ... उड़ान (4) द्वारा Asfal Ashok 480 अकादमी से ट्रेनिंग कंप्लीट होने के बाद दिव्या को संयोगवश एम.पी. कॉडर ही मिल गया। क्योंकि वह उसका गृह राज्य था। सेक्रेटेरिएट में जॉइनिंग के बाद उसे एक जिला ... कब्रिस्तान की चुड़ैल द्वारा Md Ibrar pratapgarhi 759 यह कहानी पूरी तरह काल्पनिक है, लेकिन इसमें डर, थ्रिलर और भयानक रहस्य का हर पन्ना जीवित है।कालीपुर गाँव के कब्रिस्तान में रात के समय चुड़ैल, डरावनी परछाइयाँ और ... धुन इश्क़ की... पर दर्द भरी - 57 द्वारा Arpita Bhatt 225 [ किरण और साहिल बाहर सिमरन को आवाज लगाते हुए ढूंढ रहे थे, तभी उन्हे एक पुराना गोडाउन जैसा दिखता है, जिसका दरवाजा बंद होता है, उन्हे शक होने ... धुन इश्क़ की... पर दर्द भरी - 49 द्वारा Arpita Bhatt 1.2k तभी किरण उठ खड़ी होती है और बोलती है कि;किरण - मुझे एक बात नही समझ आ रही है कि सिमरन दीदी ने ऐसा क्यों कहा कि मैने खुद ... धुन इश्क़ की... पर दर्द भरी - 48 द्वारा Arpita Bhatt 1.2k ईशान और तानिया अब तक ऐसे ही एक दूसरे में खोए हुए थे। फिर थोड़ी देर बाद दोनो एक दूसरे से अलग होते है, और अपना सिर एक दूसरे ...