इस कहानी में अकबर और बीरबल के बीच की चतुराई और हास्य का वर्णन किया गया है। पहले भाग "तन्त्र-मन्त्र" में, दरबारी बीरबल की ज्योतिष में रुचि की शिकायत करते हैं। अकबर बीरबल को उसकी क्षमताओं की परीक्षा लेने के लिए कहते हैं। बीरबल अपनी चतुराई से एक छिपी हुई अंगूठी को खोज निकालता है, जिससे यह साबित होता है कि उसकी तंत्र-मंत्र में विश्वास है और दरबारी शर्मिंदा होते हैं। दूसरे भाग "रानी की बात" में, रानी बीरबल की चतुराई को चुनौती देती हैं। अकबर ने बीरबल को महल में बुलवाया और रानी ने एक योजना बनाई। रानी ने चतुराई से सब कुछ गिनकर दिखाया, लेकिन बीरबल अपनी बुद्धिमानी से उसे चुनौती देने का तरीका सोचता है। कहानी में बीरबल की चतुराई और अकबर की समझदारी को दर्शाया गया है, जो हास्य और शिक्षा दोनों का संचार करती है। भाग-१ अकबर-बीरबल के लतीफे MB (Official) द्वारा हिंदी हास्य कथाएं 16 12.4k Downloads 47.4k Views Writen by MB (Official) Category हास्य कथाएं पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण Part-1 Akbar-Birbal ke Latife More Likes This शोसल मीडिया और भगवत प्रसाद - 1 द्वारा saif Ansari हास्यास्त्र भाग–१ द्वारा Bhaveshkumar K Chudasama थ्री बेस्ट फॉरेवर - 1 द्वारा Kaju मैं मंच हूँ द्वारा Dr Mukesh Aseemit प्यार बेशुमार - भाग 8 द्वारा Aarushi Thakur राज घराने की दावत..... - 1 द्वारा puja कॉमेडी कहानी 3 दोस्तों की - 1 द्वारा Roshan baiplawat अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी