Kaveri Lupt Nahi Huvi Thi book and story is written by Arunendra Nath Verma in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Kaveri Lupt Nahi Huvi Thi is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. कावेरी लुप्त नहीं हुई थी Arunendra Nath Verma द्वारा हिंदी लघुकथा 6 1.8k Downloads 4.8k Views Writen by Arunendra Nath Verma Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण सुहानी, तुम्हारी दादी दो दिन से मुंह फुलाए बैठी हैं. आखीर क्या फायदा हुआ इतना लंबा चौड़ा प्रोग्राम बनाकर, इतनी दूर तुम्हारे पास आने का? तुम्हे सामने पाकर तो इन्हें निहाल हो जाना चाहिए था. पर देखो भला, क्या शकल बना रखी है?’ उमेश मुखातिब तो थे अपनी पौत्री सुहानी से, लेकिन असली इरादा था अपनी पैंतालीस साल से सहचरी रही छाया को गुदगुदा कर हंसा देने का. पिछले दो दिनों से उनकी नाराज़गी झेलने के बाद अब और देर तक छाया का रूठना उन्हें गवारा नहीं था. More Likes This My Devil Hubby Rebirth Love - 46 द्वारा Naaz Zehra अकेलापन द्वारा Kahani Sangrah मझली दीदी द्वारा S Sinha बुजुर्गो का आशिष - 2 द्वारा Ashish नो मोर अभी नहीं द्वारा S Sinha शैतान का कुचक्र - 1 द्वारा LM Sharma सारथी द्वारा LOTUS अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी