कहानी "कावेरी लुप्त नहीं हुई थी" में उमेश और छाया, जो दादा-दादी हैं, अपनी पौत्री सुहानी से मिलने मणिपाल आए हैं। पिछले दो दिनों से छाया नाराज़ हैं, और उमेश चाहते हैं कि वह खुश हों। सुहानी के माध्यम से उमेश छाया को हंसाने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि छाया का गुस्सा हंसने के बिना नहीं टूटता। वे सुहानी के साथ समय बिताने के लिए दिल्ली से दूर आए हैं, क्योंकि सुहानी मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई कर रही है और उनके लिए उसके पास जाना महत्वपूर्ण था। कहानी में दादी-नाती के रिश्ते की मिठास और उम्र के प्रभाव का जिक्र है। छाया की मुस्कान अब पहले जैसी नहीं है, और यह दर्शाता है कि उम्र के साथ इंसान की खुशियाँ बदलती हैं। कावेरी लुप्त नहीं हुई थी Arunendra Nath Verma द्वारा हिंदी लघुकथा 3.2k 2.3k Downloads 6.3k Views Writen by Arunendra Nath Verma Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण सुहानी, तुम्हारी दादी दो दिन से मुंह फुलाए बैठी हैं. आखीर क्या फायदा हुआ इतना लंबा चौड़ा प्रोग्राम बनाकर, इतनी दूर तुम्हारे पास आने का? तुम्हे सामने पाकर तो इन्हें निहाल हो जाना चाहिए था. पर देखो भला, क्या शकल बना रखी है?’ उमेश मुखातिब तो थे अपनी पौत्री सुहानी से, लेकिन असली इरादा था अपनी पैंतालीस साल से सहचरी रही छाया को गुदगुदा कर हंसा देने का. पिछले दो दिनों से उनकी नाराज़गी झेलने के बाद अब और देर तक छाया का रूठना उन्हें गवारा नहीं था. More Likes This अभिनेता मुन्नन द्वारा Devendra Kumar यादो की सहेलगाह - रंजन कुमार देसाई (1) द्वारा Ramesh Desai मां... हमारे अस्तित्व की पहचान - 3 द्वारा Soni shakya शनिवार की शपथ द्वारा Dhaval Chauhan बड़े बॉस की बिदाई द्वारा Devendra Kumar Age Doesn't Matter in Love - 23 द्वारा Rubina Bagawan ब्रह्मचर्य की अग्निपरीक्षा - 1 द्वारा Bikash parajuli अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी