Ret ke Shikhar book and story is written by Tejendra sharma in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Ret ke Shikhar is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. रेत के शिखर Tejendra sharma द्वारा हिंदी लघुकथा 9 982 Downloads 4.6k Views Writen by Tejendra sharma Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण यह आर्ट और कला से अधिक बेकार की वस्तु तो कोई है ही नहीं। जब भूख लगती है तो प्रेमचंद के उपन्यास भूख नहीं मिटाते, महादेवी और पंत की कविताओं का बिस्तर बनाकर सो नहीं सकते। कोई बात है कि मैं यहाँ बिस्तर में अकेला पड़ा हूँ और तुम नोट्स बनाये जा रही हो मंजुला महेश का आशय समझ गयी थी। किताब बंद करके वह महेश के पौरुष को पूर्णता प्रदान करने के लिए आ गयी थी। अपने पति को वह यह नहीं समझा सकती थी कि पुरुष को पूर्णता प्रदान करने में स्वयं के अधूरे रह जाने का एहसास कितना पीड़ादायक है नारी के लिए। क्या उसे अपने व्यक्तित्व को पूर्ण बनाने का अधिकर नहीं अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी